नारी

डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी तेरे भिन्न रूप हैं, हर रूप अनोखा तेरा। दया प्रेम की मूरत है तू, तेरे बिन जगत अधूरा॥ तेरे ऊपर हर युग में ही, तरह-तरह का जुल्म हुआ। तूने फिर भी सब दुखों को, खुद ने ही चुपचाप सहा॥ अग्निपरीक्षा से गुजरी है, त्रेता … Read more

नव वर्ष

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** (रचना शिल्प:विधान-३० मात्रा, १६, १४ पर यति। कुल चार चरण, क्रमागत दो-दो चरण तुकांत। अंत में वर्णिक भार २,२,२) बीत रही तिमिर घिरी रैना,नव वर्ष प्रभा फैली है। द्वार उदयगिरि रोशन आभा,खिली रश्मि अलबेली है। विगत दिनों की भूल चूक को,अरुणोदय में देखा है। तम से मिली … Read more

शिव महिमा

श्रीमती पुष्पा शर्मा ‘कुसुम’ अजमेर(राजस्थान) **************************************************** शिव शंकर कैलाश में गिरिजा सोहे साथ में, गोद लिये गणपति नंदी पे सवार है। जटा मुकुट शीश पर कटि सोहे बाघम्बर, अर्धचन्द्र भाल पर शीश गंगधार है। भस्म अंग मुण्डमाल भूषण बने हैं व्याल, रुद्राक्षों से सज रहा अदभुत श्रंगार है। शोभित त्रिशूल कर मोहता डमरू स्वर, चढ़े … Read more

कामना

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* रचना शिल्प:यगण १२२×३+ लघु गुरु १२२ १२२ १२२ १२ सुनो वीर फौजी तुम्हारे लिए। जला दीप घी के सभी ने दिए। तुम्ही से रहेगी सुरक्षा सखे। सदाचार सारे हमारे रखें। बढ़े देश की शान वीरों चढ़ो। रखो मान-ईमान पंथी बढ़ो। नहीं भूलना गान पंछी कहे। वही पातकी पाक पीछे रहे। सखे … Read more