प्रहरी
हरीश बिष्ट अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड) ******************************************************************************** सैनिक प्रहरी देश के,सबको उन पर मान। कांधे पर बन्दूक है,धरे हथेली जान॥ दुश्मन बैठा सामने,करता है प्रतिघात। रक्षा करते देश की,रहते सीना तान॥ रक्षा करते देश की,निभा रहे हैं फर्ज। देशवासियों पर सदा,उनका है ये कर्ज॥ प्रहरी बनकर देश के,रक्षा करते वीर। मान धरें उनका सभी,करता हूँ मैं अर्जll … Read more