मुफ्त की चाय

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ************************************************ आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद आज मेवालाल बेहद खुश था, क्योंकि फुटपाथ पर लेटे-बैठे ठंड से ठिठुरते लोगों को मुफ्त में चाय पिलाने की तमन्ना आज पूरी जो हो रही थी, उसकी इस अप्रत्याशित उदारता को देख परिचित बुजुर्ग ने पूछ ही लिया-‘मेवालाल ! मुझे मालूम है इस चाय की गुमटी … Read more

टैटू

डॉ. योगेन्द्र नाथ शुक्लइन्दौर (मध्यप्रदेश)****************************** जैसे-जैसे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का दिन करीब आ रहा था, वैसे-वैसे सारा नगर राममय होता जा रहा था। अभिजीत ने भी अपने पिता की दुकान में पेंटिंग का काम करना छोड़ कर वहीं टैटू बनाने का काम शुरू कर दिया था। उसका काम चल निकला था। काम करते-करते वह सोचता … Read more

अनोखा वैलेंटाइन-डे

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* मिताली और भाग्या स्कूल से निकल घर की ओर बढ़ रहे थे। थोड़ी दूर जाने पर मिताली की नजर फूलवाले की दुकान पर पड़ी। फूलवाले की दुकान गुलाब के फूलों से भरी थी।फूलों की ओर देखते हुए मिताली ने कहा,-“भाग्या तुम्हें पता है मेरे पापा हर साल ‘वैलेंटाइन-डे’ पर मम्मी … Read more

सर्च इंजन

सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** “बेटा, तुम बैठे-बैठे यह फूहड़ता से नाचती लड़कियों के रील देखते रहते हो, फिर लाइक-कमेन्ट। ये सब ठीक नहीं है। अपना कीमती समय ऐसे मत गंवाओ।” ऐसा समझाते हुए पार्क में अभिषेक की बगल में बैठे हुए वयोवृद्ध अंकल ने कहा।“अंकल जी, आज के समय में तो यही सब … Read more

रहस्य

डॉ. योगेन्द्र नाथ शुक्लइन्दौर (मध्यप्रदेश)****************************** ऐसा कई बार हुआ था। आज भी उसकी उंगली ‘सिंह’ राशि पर टिक गई और वह अपने अतीत में खो गया।…पूरे २० वर्ष हो गए उसे देखे! क्या पता, उसे मेरी याद भी आती होगी या नहीं ? न जाने कहां होगी ? किस हाल में होगी ? उस समय … Read more

वसंत की सुवास

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)****************************************** रश्मि चाय-नाश्ते के साथ, जब बैठक में आई, तो देखा पतिदेव गाजर कीस रहे हैं। उसके चेहरे पर हल्की-सी मुस्कान तैर गई। उसने उनकी और ट्रे बढ़ाई व स्वयं भी चाय की चुस्कियाँ लेते हुए अतीत के गलियारों में विचरने लगी। केंद्रीय विद्यालय में उसका पहला दिन था। क्या … Read more

क्या यही हमारा भविष्य ?

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** पेड़ पर बैठे कुछ पक्षी बातचीत कर रहे थे। तभी एक पक्षी बोल उठा,-“मेरा दम क्यों घुट-सा रहा है।”“दम घुट रहा है ?” दूसरे पक्षी ने पूछा।“हाँ ! हाँ ! मुझसे तो बोला भी नहीं जा रहा है। बहुत दिक्कत हो रही है।”तीसरे ने कहा,-“कोई जल्दी से पानी तो लाओ।”दूसरा … Read more

भूखी दादी

रश्मि लहरलखनऊ (उत्तर प्रदेश)************************************************** मोहल्ले में नवरात्रि पर्व की चहल-पहल थी। कृष्णा की दादी देवी गीत गुनगुना रही थीं। कृष्णा उनके ऑंचल से खेल रही थी कि, उनको फिर उल्टी हो गई। यूॅं तो कृष्णा अभी १२ वर्ष की ही थी, पर काम-काज बड़ों की तरह निपटाती थी। वह माॅं को बताने गईं-“माँ दादी को … Read more

उपवास

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** “माँ एक बात बताओ, तुम रोज़-रोज़ मंदिर जाती हो और खूब उपवास भी रखती हो। इस तरह के धर्म-कर्म के कार्य से कैसा अनुभव होता है ?” सुरेन ने माँ से पूछा।“बेटा, धर्म-कर्म तो सदा मनुष्य को सुख, शांति, समृद्धि, धैर्य, आत्मिक शक्ति आदि प्रदान करता है और कुछ नहीं … Read more

भिखारी

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** सेठ हीरामल जी जीवन के कोई भी काम त्याग सकते थे, लेकिन मंदिर जाना उनका नित्य का नियम था। मंदिर से लौटने पर ही अन्न ग्रहण किया करते। उनको बस मंदिर परिसर के बाहर भीख मांगने वाले भिखारी कतई पसंद नहीं थे। बाहर आते ही उन्हें घृणा और हीन दृष्टि … Read more