प्रायश्चित
डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** मौसी ने अंकुर को कोसने में कभी कोई कसर न छोड़ी। पारिवारिक उत्सव हो या अन्य कोई भी अवसर, अंकुर को देखते ही मौसी के अपशब्दों की बौछार लग जाती थी। अंकुर का विकलांग होना मौसी को कभी नहीं सुहाया।अचानक अंकुर की माँ को मौसी का फोन आया। बड़ी घबराई … Read more