अभिनंदन

हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* आपका अभिनंदन, भारत का अभिनंदनl शौर्य का अभिनंदन, शक्ति का अभिनंदनl धरणी का अभिनंदन, जननी का अभिनंदनl जीत का अभिनंदन, विजय का अभिनंदनl एकता का अभिनंदन, सत्य का अभिनंदनl नमन का अभिनंदन, वतन का अभिनंदनl चमन का अभिनंदन, सनम का अभिनंदनl बहनों का अभिनंदन, भाईयों का अभिनंदनl खुशी का अभिनंदन, … Read more

बोरी बाँध बनाओ

हरिशंकर पाटीदार ‘रंगीला’ देवास(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** बाँध बनाओ रे sss,बोरी बाँध बनाओ रे, छोटी-छोटी बोरियों में,भर लो रे मिट्टी-गाराl उन्हें उठाकर ले चलो रे,जहाँ गाँव का नाला, फिर तुम उन्हें जमाओ रे..l बोरी बाँध बनाओ रे…ll जिन नालों में बह जाता है, बरसातों का पानी। उस पानी को रोक लो तो, बड़े भूमि में पानी। सोये … Read more

देश का `अभिनंदन`

तृप्ति तोमर  भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** जिस योद्धा ने बढ़ाया देश का मान, उस शूरवीर का ही नाम है अभिनंदन। जिसने दुश्मन देश में जाकर लगाई जयकार, जो मौत के मंजर से भी नहीं घबराया। पाक में भी किया अपनी वीरता का प्रदर्शन, फिर शुरू हुआ पाकिस्तान में रुदन। हर स्थिति में कायम रहा उनका पराक्रम, … Read more

पवनसुत लौट आया

गीता गुप्ता ‘मन’ उन्नाव (बिहार) ************************************************************************************* कहानी शौर्य की लिखकर के दुश्मन को झुकाया है, बधाई देश को सारे,पवनसुत लौट आया है। पराक्रम का नया सन्देश लेकर लौट आया अब, गया था भूल हँसना जो,वतन ये मुस्कुराया है। दिखी औकात दुश्मन की,सताया खूब सैनिक को, कभी झुकना नहीं सीखा,कभी न सर झुकाया है। बड़े बेचैन … Read more

हवेली की दीवारें

रमेश चौरिया राही कवर्धा (छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** ये रिसती दीवारें, ये फटी-फटी दरारें। अतीत को याद कर, बहाती आँसू की धारें॥ मगर कुछ कह नहीं पाता, अपनी कहानी,अपनी जुबानी। बिन बोले बताता है, देखो! आज इनकी निशानी॥ कभी गूंजती थी आवाजें, हँसी और किलकारियाँ। यहाँ पंछियों का बसेरा, और पशुओं का तबेला॥ नौकर-चाकरों का, होता था रेलम-रेला। … Read more

अभिनन्दन

कपिल कुमार जैन  भीलवाड़ा(राजस्थान) ***************************************************************** अभिनन्दन है,अभिनन्दन,अभिनन्दन है,अभिनन्दन, साहस की इस बेला पर करते,हम सब जन मिलकर वंदन। सौभाग्य अपना है ये कि,आप हमारे बीच पधारे, नहीं बता सकते हैं कितने,हर्षित जन गन मन सारे। रजधूली पे कदम पड़ा तो,महक उठी है रज कण-कण। अभिनन्दन है,अभिनन्दन,अभिनन्दन है,अभिनन्दन…॥ एक निवेदन को स्वीकारें,सभी आपके आभारी, मान बढ़ाये-शान … Read more

सबसे बडा़ रुपैया

कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* सबसे बडा़ रुपैया रे भैया, सबसे बडा़ रुपैया… आज की दुनिया में देखो ये, नाच रहा है रुपैया। टूट रहे परिवार यहां पर, मूल में है रुपैया… शर्म नहीं संकोच नहीं, बस भाता है रुपैया। सबसे बडा़ रुपैया रे भैया, सबसे बडा़ रुपैया…। कैसा करम और कैसा धरम, बस … Read more

महके जिंदगी

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ फूलों की सुगंध से,सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा, तारों की चमक से,झिलमिलाये जीवन तुम्हाराl उम्र हो सूरज जैसी,जिसे याद रखे जगत सारा, आप महफ़िल सजाएं ऐसी,कि हम आएं दुबाराll जीवन में मौके आएं,इस तरह के हजारों बार, लोग कहते न थके,कि मुबारक हो मुबारक होl आपको अपनी जिंदगी,जीने का ये अंदाज, जिसमें … Read more