छोड़ दोगे यदि अभिमान…
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** मान-अभिमान के कारण,उजड़ गए न जाने कितने घरहँसते-खिलखिलाते परिवार,चढ़ गए इसकी भेंटफिर न मान मिला,न ही सम्मान मिलापर आ गया अभिमान,जिससे रूठ गए परिवार। हमें न मान चाहिए,न सम्मान चाहिएबस आपस का,प्रेम-भाव चाहिएमतभेद हो सकते हैं,फिर भी साथ चाहिएक्योंकि अकेला इंसान,कुछ नहीं कर सकताइसलिए सभी का,हमें साथ चाहिए। यदि आप सभी आओगे,एकसाथ … Read more