इस विरहन की अमिट प्रीत वो

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* श्रृंगार आधारित………. इस विरहन की अमिट प्रीत वो,हृदय मिलन की आस सखी री।प्रेमिल मन आह्लाद हुआ अति,देख सुखद मधुमास सखी री॥ व्याकुल रहता है मन अक्सर,क्या इसका अहसास तुझे है।अंतर मन की पीड़ा हरने,आओगे विश्वास मुझे है।यहीं कहीं है पास मेरे वो,बार-बार अवभास सखी री,इस विरहन की अमिट प्रीत वो,हृदय मिलन … Read more

बहनों की पद-रज माथ लगाऊं

सुजीत जायसवाल ‘जीत’कौशाम्बी-प्रयागराज (उत्तरप्रदेश)******************************************* रक्षाबंधन विशेष….. भाई-बहन के प्यार का पर्व जो,वो आया रक्षाबंधन,बहनों की पद-रज माथ लगाऊं,करता मैं अभिनंदनरिश्ता अटूट है हर भाई-बहन का,ज्यों दीपक व बाती,आशीष दो मेरी प्यारी बहना,मेरे माथ लगा दो चंदन। स्नेह,प्रेम,मिष्ठान,उमंग का,आया ये राखी त्योहार,हर बहन को मिलता भाई से,कुछ ना कुछ उपहारमैं क्या दूं बहना ख़ुश हो जाए,मैं … Read more

संस्कृति रीत

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* रक्षाबंधन विशेष…. भाई-बहन स्नेह से होता सुवासित संसार,रक्षा-बंधन का ऐसा सुंदर त्योहार देखिए। रीत अनुपम जी लाए है अनुपम उल्लास,राखी कच्चा सूत है ऐसा विश्वास देखिए। सजाए थाल राखी रोली मीठा जला दीप,तकती प्यारी बहना राह भईया की देखिए। स्नेह भाव बहना का लुभाए सुंदर अपार,रोली-अक्षत से सजाए भैया का … Read more

मुख अलग-मन और

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** अंदर भर विष द्वेष के,बाहर झूठा प्यार,मुख अलग मन और है,यह सारा संसार॥देखे फलते-फूलते बढ़े,हृदय के घाव,जब आ जाये सामने बनते सच्चे यार॥देख दशा भरम आये,जिया विचलित हो जाये॥ मीठी बोली सामने,ढोंग का सदाचार,दौड़े पहनाने नये मोटी फूलन हार॥तन-मन लगाय आग है,आप जलाये ताप,मन में मनौती बिगाड़ की बाहर से जोहार॥मन खिन्न हो … Read more

कवियित्री शारदा ओझा के सम्मान में हुई गोष्ठी

टीकमगढ़(मप्र)। म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ एवं हिन्दी सेवा समिति टीकमगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में कवियित्री श्रीमती शारदा ओझा (गुना) के सम्मान में सरस काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। शिवनगर कालोनी,टीकमगढ़ में भारत विजय बगेरिया के निवास पर यह आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रभुदयाल श्रीवास्तव (टीकमगढ़) ने की। मुख्य अतिथि … Read more

खुशियां बरसाता यह त्यौहार

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************* रक्षाबंधन विशेष….. कितना अच्छा कितना प्यारा आता यह त्यौहार है,हर भाई और बहन को बहुत भाता यह त्यौहार है। सावन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को आता यह त्यौहार है,भाई-बहन की प्रीत के गीत सुनाता यह त्यौहार है। भाई के मस्तक पर कुमकुम-तिलक लगाता यह त्यौहार है,बहन की रक्षा सदा करने का वचन … Read more

डोर से बँधा हुआ प्यार

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* रक्षाबंधन विशेष…….. रेशम की इक डोर से,बँधा हुआ है प्यार।कर देता खुशहाल है,राखी का त्यौहार॥ रक्षाबंधन पर्व पर,छाए खुशी बहार।भाई देता है सदा,बहना को उपहार॥ आया पावन पर्व है,रिश्ते हो मजबूत।भाई-बहना में बढ़े,पावन नेह अकूत॥ सजे कलाई भ्रात की,रेशम की इक डोर।सदा सुरक्षित ही रहे,बहना की हर भोर॥ रक्षा का संकल्प … Read more

प्रो.शरद खरे को सृजन सम्मान

मंडला(मप्र )। मध्यप्रदेश की सुप्रसिद्ध साहित्यिक, सामाजिक,सांस्कृतिक संस्था जाबालिपुरम् सृजन संस्थान(जबलपुर)ने मंडला के शिक्षाविद् व साहित्यकार प्रो.(डॉ.)शरद नारायण खरे को उनकी सुदीर्घ साहित्य सेवा व सृजनशीलता के मद्देनजर‘जाबालिपुरम् सृजन सम्मान’ देकर सम्मानित किया है। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेशचंद्र शर्मा(हाईकोर्ट एडव्होकेट)ने अभिनंदन करते हुए कहा कि,अनेक कृतियों के जनक प्रो.शरद नारायण खरे विशिष्ट प्रतिभाओं में … Read more

सब लूटो,विश्वास नहीं

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** मन की बात बताना चाहूँ,बोलूँ ना ही सुनी-कही,आप-बीती मैं रचूँ कहानी,सब लूटो-विश्वास नहीं।एक बार विश्वास जो टूटा,माने ना किसी की कही,मत बहको स्वार्थ में प्यारे,चलो राह जो हो सही।सच का साथी बनो जगत में,झूठ ना बोलो बात कहीं,लूटो ज्ञान विवेक ओ प्यारे,भरोसे का भंडार नहीं।आँख मूंद जो करे भरोसा,तोड़ना अच्छी बात नहीं,भोलेपन … Read more

प्रभु प्रार्थना से बल मिले

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** प्रभु प्रार्थना से बल मिले,आओ करें हम प्रार्थना।हर प्रार्थना स्वीकार हो,यह हाथ प्रभु तुम थामना। थामे रखें यह हाथ होगा सफल जीवन यह सदा,जीवन सफल हो जाय प्रभु,बस एक यही है कामना। वरदान एक हमको सदा ही चाहिए,हो यह कृपा,लाचार बेबस ना हों कभी हम यह करें बस याचना। यह याचना … Read more