ये ‘तालाबंदी’ कभी ना खुले

पवन प्रजापति ‘पथिक’ पाली(राजस्थान) ************************************************************************************** कपिल बालकनी पर खड़ा शहर की सूनी सड़कों को ताक रहा था। कभी न थमने वाले शहर में आज मरघट का सन्नाटा पसरा हुआ था।…

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आंतरिक शक्ति से रचिए नया इतिहास

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** शक्ति एक अहसास है,एक आभास है,अपने सम्पूर्ण होने के गर्व का,अधूरापन तो टूटन का ही प्रतीक है,उसको हर हाल में पूरा करने के प्रयास में…

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यही है इंसानियत

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** आदि मानव से मानव हुए,मानव से इंसान, सुकर्मों से यश मिले,नर हो समान भगवान। अनजाने कोई मदद माँगे तो,पहचानो उसकी नीयत, वास्तव में हो लाचार…

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प्रातः वंदन

डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* सबका अभिनंदन नमन,करें प्रातः प्रणाम। परमपिता का स्मरण कर,शुरू करें हम काम॥ शुरू करें हम काम,करें सब ही का वंदन। सबका हो कल्याण,सभी मिट जाए…

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नवयुग का संदेश सुन

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** नवयुग का संदेश सुन,सुधर जरा इंसान। देख रहा भगवान है,मत कर तू अभिमान॥ छेड़छाड़ तू प्रकृति से,करता बारम्बार। देख रहा तू आज है,अपना यह अपमान॥…

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ये कैसी मोहब्बत हुई है

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’  भोपाल (मध्यप्रदेश) ************************************************************ हर बार सोचती हूँ, जब तुम अहंकार से भर जाते हो और मेरा तिरस्कार करते हो, जब छोटी-छोटी बातों पर तुम दिल मेरा तोड़…

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कर्त्तव्य

मीरा जैन उज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** शंभू पुलिस वाले के सामने हाथ जोड़ विनती करने लगा- 'साहब जी! मेरी ट्रक खराब हो गई थी इसलिए समय पर मैं अपने शहर नहीं पहुंच…

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खाली समय यूँ बिता लो तुम

अरशद रसूल, बदायूं (उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* खाली समय यूँ बिता लो तुम, बढ़िया पेंटिंग बना लो तुम। खेलो कैरम,खेलो लूडो, नहीं घर में किसी से रूठो। बंद है बाहर का चटकारा,…

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एकता

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** अनेकता में एकता,भारत की पहचान। एक सूत्र में हैं बँधे,संस्कृति यहाँ महानll प्यारे-प्यारे फूल-सी,जाति वर्ण सम भान। अपने-अपने धर्म को,माने सभी सुजानll रंग…

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मन श्यामा का चहक उठा

सुदामा दुबे  सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* खिल उठे कनक से अमलतास, मादक-सा महुआ महक उठाl अमराई में बौर महकते, मन श्यामा का चहक उठाll यौवन आया तरूओं पर, भी लेती शाखें अंगड़ाईl…

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