काशी काव्य गंगा मंच ने कराई ९७ वीं काव्य गोष्ठी

वाराणसी (उप्र)। काशी काव्य गंगा मंच (वाराणसी) की ९७ वीं गोष्ठी श्रीवास्तव म्युचुअल फंड कार्यालय (छित्तूपुरा) में मनाई गई। अध्यक्षता वरिष्ठ कवि भोलानाथ त्रिपाठी ने की। मुख्य अतिथि गिरीश पाण्डेय…

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दीपावली:महंगाई का हाल

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** टिमटिमाते दीए से पूछा,महंगाई का हालमुस्कुरा के वो हौले से बोल उठा-मेरी तरह इन्सान त्रस्त है,मैं तो ईश्वर का माध्यम हूँमेरी बदौलत ही इन्सान,ईश्वर से जीवन में…

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पाओ मुस्कान का अर्श

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** सिमट रहे हैं रिश्ते,समय कर रहा प्रेम को धूलरिश्तों में फासले,हर बात में अब बस शूल। समाज की चिंता,आँधी बदलाव की उड़ा रहीसंवेदनाओं की चादर,छिन गया है…

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तोरण द्वारों से सजी अवध पुरी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* तोरण द्वारों का समां, दीप ज्योति त्यौहार।विजय पताका सत्य की, आलोकित संसार॥ मिटे पाप घनघोर तम, धर्म ज्योति चहुँ ओर।देख अयोध्या राम ने, तोरण…

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कलश और जल

डॉ.अनुज प्रभातअररिया ( बिहार )**************************** तुम चाहते होंगेमेरे मन में झांकनापर तुम्हारी कोशिश,अधूरी की अधूरी रह जाती होगीतब कह देते होंगे,मेरा मन बहुत गहरा है। तुम्हारा, मेरे मन में झांकना,तब…

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जिक्र नहीं गया दिल से

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* हिज़्र का गम बना रहा जिनसे,जिक्र उनका नहीं गया दिल से। हम मनाते रहे सदा दिल को,दिल कहे आज तो मिला उनसे। बात जज्बात की…

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साहित्यकार रणजीत सिंह परिहार व अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’ विभूषित

जबलपुर (मप्र)। साहित्यिक संस्था कादम्बरी का अभा साहित्यकार-पत्रकार सम्मान समारोह ४ नवम्बर को शहीद स्मारक सभागार जबलपुर में हुआ। इसमें छिंदवाड़ा ज़िले के २ साहित्यकार रणजीत सिंह परिहार और सुप्रसिद्ध…

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संस्कारवान हो शौक या मनोरंजन

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)******************************************* चिंतन... मनुष्य एक सामाजिक प्राणी के साथ विवेकशील जानवर है, जिसमें अपने काम करने की असीम सम्भावनाएँ हैं। जानवर से तात्पर्य इतना है कि, प्रत्येक जानवर अपने धरम-संस्कार…

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संस्कारधानी में साहित्यकार सम्मानित

जबलपुर (मप्र)। संस्कारधानी में साहित्यकारों के सम्मान की कड़ी में डॉ. विजयानन्द (उप्र) व डॉ. हरेंद्र हर्ष (उप्र) का सशक्त हस्ताक्षर संस्था ने ४ नवम्बर को शाल ओढ़ाकर सम्मान किया।…

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बगावती होते टिकट वंचित नेता, यही वफादारी ?

ललित गर्गदिल्ली************************************** ५ राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले अनेक राजनीतिक दलों एवं उनके नेताओं के बीच बड़ी उठा-पटक, खींचतान एवं चरित्रगत बदलाव देखने को मिल रहे हैं। राजस्थान एवं…

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