मेरी इच्छा

रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** तू है प्रभु पारस,कलुषित है मेरा तन-मनएक बार ही छू ले तू अगर,मन हो जाए कंचन। वृक्ष बना ले मुझको प्रभु,जैसे पेड़ हो चंदनलिपटी रहूं सर्प सम…

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कोशिश जारी है…

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* शब्द रूठे,ताल टूटेलय छूटे। शब्दों को पिरोने की,कोशिश जारी हैक्यों लगता अब ये भारी है ? हर मोड़ पर धोखा मिला,जिसे अपना समझ करहर पल भरोसा…

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कुंदन बनना है मुझको

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** खिलवाड़ की यह कथा है,मेरी बुलायी व्यथा है।वनदेवी सुनो कहानी अन्यों से-तनिक पृथा है॥ सुख-संतुष्टि अति हुआ जब,मति फिरती मानव की तब।उपदेश कभी ना सुनता-मन चंचल शांत…

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दर्द को छिपाना चाहिए

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* जिंदगी के अनवरत हर जख़्मों सितम, दर्द को दिल में छिपाना चाहिएढाए कयामत बेवफा-ए-ज़ख़म, सलामत दिल में समाना चाहिए। सफ़रनामा जिंदगानी अहसास मन, वक़्त…

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पुस्तकें विमोचित, लेखक डॉ. जीवन शुक्ला सम्मानित

कानपुर (उप्र)। सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज (आजाद नगर) में विकासिका कानपुर ने प्रेरणा पुरुष पं. चंद्रशेखर त्रिपाठी स्मृति प्रेरणा पुरुष सम्मान कवि-साहित्यकार डॉ. जीवन शुक्ला को भेंट किया। इसी…

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जानते हैं

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)****************************************** एक दरिया-सा मुसलसल१ है रवाँ२ जानते हैं,हम ज़माने से ज़माने को यहाँ जानते हैं। राह-ए-हक़ पर हमें रखना हैं अकेले ही क़दम,साथ देगा न…

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आगे बढ़ो

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** आज तम तोउजाला भी आएगाजीत पाएगा। आगे बढ़नामंज़िल से न डरकाम करना। समझो वक्तजो गुजर गया होलौटता नहीं। जग जानताडर कर क्या मिला ?तो आगे बढ़ो। सुख-सुविधापर…

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गुलाब-सा दिल

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** गुलाब देकर के आजमाना, आसान होता है,बिन परखे पारखी बाद में, परेशान होता है। ये गुलाब ही तो है, जो गुल को घोल देता है,बिन कहे ये…

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सभी की ज़िन्दगी…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* सभी की ज़िन्दगी होती, जगत में इक पहेली-सी।अगर है वास्तविकता तो गुज़रती क्यों अकेली ही॥ सजा परिवार इस जग में, बना व्यवहार भी सबसे,उमर भर…

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लोकार्पण संग हुई काव्य गोष्ठी

गया (बिहार)। 'शब्दाक्षर' संस्था की पत्रिका के नए अंक का लोकार्पण 'शब्दाक्षर' के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पत्रिका के प्रधान सम्पादक रवि प्रताप सिंह, लोकार्पण विभूति तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष केवल कोठारी,…

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