निष्ठावान् हिन्दी विदुषी प्रो.वशिनी शर्मा का निधन,श्रद्धासुमन अर्पित

मुम्बई (महाराष्ट्र)। सौम्य,शालीन और हिंदी के प्रति समर्पित निष्ठावान् विदुषी एवं केन्द्रीय हिंदी संस्थान की पूर्व हिंदी प्राध्यापक प्रो.वशिनी शर्मा का हृदय गति रुक जाने से शनिवार को आगरा में…

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जिंदगानी नहीं आती

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************************* लौट कर फिर जवानी नहीं आती,प्यार की फिर कहानी नहीं आती। भूल बैठा था सब कुछ तेरे प्यार में,वो गुज़री हुई जिंदगानी नहीं आती। कौन कहता है…

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सुबह की सैर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************** करो सुबह की सैर नित,दूर रहेंगे रोग।जीवन हो खुशहाल तब,दीर्घ आयु का योग॥ सुबह मिले ताज़ी हवा,जो सचमुच वरदान।हर्ष मिले,आनंद भी,साँसें पायें मान॥ रक्तचाप का…

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स्वागत है पदध्वनि नवीन

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* सुन रहा हूँ पदध्वनि आपकी-नवीन स्वर्णिम प्रभात में,अब दूर होगा अतीत का क्षोभआशा के सतेज प्रकाश से। कर रहा हूँ प्रार्थना तहे दिल से-उतजीवित हो विश्व…

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स्वागत २०२१

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ************************************************** कितने ही कड़वे अनुभव देकर साल २०२० बीत गया…इसके शुरुआती कुछ महीनों को छोड़ दें तो लगभग पूरा साल ही भय,असमंजस और आशंकाओं से…

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माँ इतनी कृपा कर दे

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* तुमसे मानव तन पाकर माँ माँग रहे हैं यह वरदान,देश-धर्म-संस्कृति की खातिर हो जाएँ हँस-हँस बलिदान। माँ इतनी कृपा कर दे,बस इतनी दया कर दे,इंसान का…

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मानव की अभिलाषा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मानव की जिजीविषा अनंत पथ,केवल जीवन उड़ान न समझोनित अटल निडर निर्बाध लक्ष्य पथ,ख़ुशियाँ ज़न्नत निर्माणक समझो। उन्मुक्त इबादत आतुर लेखन,हर कीमत मन अभिलाषित…

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रूठी हँसी की खोज

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)************************************************** तेरासी टपे तो कुछ बूढ़े लोगों से संगति हुई। समय-समय पर गोष्ठी होने लगी। अच्छा लगा। इस तरह कई मास बीते। संगतियों को मेरी…

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तुम पर है एतबार

डॉ.सोना सिंह इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************************** हर रोज़ की तरह खबरों की भरमार है, हर रोज़ की तरह मुसीबतों का अम्बार है। हर तरफ १९ से २० तक हाहाकार है, पर ऐ २०२१ तुम…

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हे! राम रमो फिर हर हिय में

आचार्य गोपाल जी 'आजाद अकेला बरबीघा वाले'शेखपुरा(बिहार)********************************************* हे! राम रमो फिर हर हिय में,समरसता का ज्ञान बढ़ाओ।चहुँओर है फैला भेद-भाव,तुम स्नेह सरिता शीघ्र बहाओ।रन रावण नित्य निर्माण करें,बिन तेरे कौन…

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