हे अटल शत-शत नमन…
डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************************ श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. धन्य हो गईं माँ भारती जब कोख में आए अटल,राष्ट्र का वैभव जगा ये पावन धरा हो…
डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************************ श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. धन्य हो गईं माँ भारती जब कोख में आए अटल,राष्ट्र का वैभव जगा ये पावन धरा हो…
कन्हैया साहू 'अमित'भाटापारा (छत्तीसगढ़)*********************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. लोकतंत्र के लसित लाड़ले,कविवर अटल बिहारी।राजनीति का सफल सिपाही,जन-जन हैं आभारीll कृष्ण बिहारी के घर जन्में,कोख मातु श्री…
डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. रचनाशिल्प:२२ मात्रा,१२-१० पर यति,चार चरण,२-२ चरण समतुकांत। रचते रचना महान,शब्द के पुजारी।गढ़ते स्वच्छंद पंक्ति,शुद्ध मन विचारीllकर्म-धर्म-मर्म ज्ञान,शब्द सार…
मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* मैं राष्ट्र वंदना करता हूँ शब्दों के सुमन से,भारत की महिमा गाता हूँ नव नित्य सर्जन से। ये तपोभूमि है ऋषियों-मुनियों की वाणी से,पाप मिटता गंगा,यमुना के अमृत…
ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************************* कैसे बंधन हैं यही,कैसे कैसे जाल।बाँधे कोई प्रेम से,नफरत कोई पाल॥ इक हो बंधन क्रोध पे,गुस्सा खाये आप।जले क्रोध करते समय, खुद पर कर ना पाप॥ निज मन…
शिवनाथ सिंहलखनऊ(उत्तर प्रदेश)**************************************** बनवारी लाल कोई कायर इंसान नहीं था,लेकिन जब बॉस के सामने खड़ा होता तो हाँ जी या जी हाँ के अतिरिक्त कुछ और न बोल पाता। यदि…
भुवनेश दशोत्तर,इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************* बाज़ार के पास,मुझे खुश करने का सारा इंतजाम थासारा ज़रूरी सामान था,वहाँ मादकता,मदहोशी,रंगीन नज़ारे सब बिक रहे थेlमैं खुशियाँ खरीदता रहा,लेकिनखुशियाँ कपूर-सी उड़ती रहीं,मन को और रीता करती…
रौशनी अरोड़ा ‘रश्मि’ दिल्ली ********************************************* वाह भई वाह! वाह भई वाह,वाह भई वाह! वाह भई वाहसर्दी का क्या खूब मज़ा,वाह भई वाह! वाह भई वाह। दाँत कँप-कँपा रहे हैं और,हाथ…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. काल के कपाल लिखता मधुरिम स्वर,स्वर्णिम गाथा अरुणाभ बन हृदयस्थलक्रान्ति व शान्ति पथ चढ़ता निर्बाध रथ,विजयी…
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)*********************************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. युग दृष्टा थे अटल बिहारी,उन्नति पथ गढ़ने वाले।देश भक्ति की अविरल धारा,थे उसमें बहने वाले॥ सरल वाजपेयी…