सब अर्थशास्त्र है….

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** राजनीति शास्त्र तिरोहित है…कौटिल्य की रणनीति राजनीति कोदंडित कर कारागार में बंदी बना कर…अपने अस्तित्व को धरोहर रखवा,माया जड़ित नगरी से वापस आए लोगउपवास है, मुर्गे से…

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जीती उल्फ़त

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* हारी नफ़रत जीती उल्फ़त।करता क्यूँ कर कोई हैरत। बात नहीं थी जब कानूनन,कैसे होता कोई सहमत। बात उसी की माने हरदम,जिससे जिसकी होती निस्बत।…

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तब कद्र न जानी

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** तारों की थी चमक सब तुमसे,चंदा का था तुमसे शीतल नूरसूरज की उष्मित उजियाली थी तुमसे,आखिर क्यों चले गए तुम मुझसे दूर ? रूठना-मनाना सब चला…

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सेहत की बदहाली बताती सच्चाई

ललित गर्गदिल्ली************************************** संयुक्त राष्ट्र की एक रपट में यह जानकारी दी गई है कि, प्रसव एवं उसके पश्चात जच्चा-बच्चा की मौतों के मामले में जिन देशों की स्थिति बहुत नकारात्मक…

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जीवन संदेश

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** जो गिर गया,उसे गिरने का क्या डरउठ खड़े हो जाना,संभल के फिर तोवो आदमी हो जाते या हैवान। उठना, संभल जाना,स्वयं है काल की पुकार मेंजाना है…

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जज़्बातों की गहराई…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* वो जज़्बातों की गहराई, दिखाने को कहा करते।मगर दिल ही नहीं दिखता, न पैमाने हुआ करते॥ किसी दिल में सजा क्या कौन, ये बातें भला…

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करता हूँ आराधना

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************ शिव दोहावली... अब तक जग में मैं रहा, होकर के अंजान।पाई भोले की शरण, हुआ कष्ट अवसान॥ निज संरक्षण में रखो, भटक न जाऊँ राह।नित्य…

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प्रेरणा ने किया हिंदी सेवियों को सम्मानित

जबलपुर (मप्र)। हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु संकल्पित प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के सलाहकार गुंडाल विजय कुमार के मार्गदर्शन में संस्था ने कई प्रतिभाओं को सम्मानित किया है। यह सम्मान…

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वह बचपन की बातें…

रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** कितना भी भुलाए,भूलती कहाँ हैवह बचपन की बातें,वह आँगन के अहातेवह गुड़ियों के संग,विवाह रचाना,वह मम्मी से छुपकरनमकीन चुराना,वह पत्तों से पूरीपकवान बनाना,वह मिलकर सब फिरहँस-हँस के…

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दौर…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** आदिम आदमी,कुछ कुछ जानवर था कभीफिर इंसान-सा बना,फिर इंसान बनाफिर एक दौर चला…फिर इंसान-सा बना,फिर कुछ जानवर-सा।फिर इंसान देखो…,आदिम आदमी बन रहा है…॥ परिचय–ममता तिवारी का जन्म…

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