मन का साथी
अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)************************************** अब मुझे क्या करना है,कब किधर जाना हैसोच कर निर्णय लेना,हर बार कठिन है। मन को समझाना,बात को गले उतार करकुछ करने के लिए,राजी करना कठिन है। ऐसे…
अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)************************************** अब मुझे क्या करना है,कब किधर जाना हैसोच कर निर्णय लेना,हर बार कठिन है। मन को समझाना,बात को गले उतार करकुछ करने के लिए,राजी करना कठिन है। ऐसे…
डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार ऋषि सुनक को हराकर यह सर्वोच्च पद पाया है। वे पिछली बोरिस…
इंदौर (मप्र)। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा जून माह में ४८ वीं स्पर्धा 'हो हरित वसुन्धरा' विषय पर आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में प्रो.(डॉ.) शरद नारायण खरे ने प्रथम…
मुम्बई (महाराष्ट्र)। डिवाइन मैलोडीज चैनल के 'तहज़ीब' कार्यक्रम के अंतर्गत वरिष्ठ फ़िल्मकार व निर्देशक कृष्ण सेठी के निर्देशन में बेहतरीन कवि सम्मलेन और मुशायरे का आयोजन शूट किया गया। इसमें…
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* यदि आप नहीं होते, तो…(शिक्षक दिवस विशेष).... चरण कमल पर पाँव धरू मैं। शत-शत वंदन नमन करूँ मैं।शिक्षक मानव जीवन गढ़ता। नित पथ पर बालक है…
अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* दुनिया ने इसे अब तक हरगिज़ नहीं जाना है।था प्यार कहानी कल, अब प्यार ख़ज़ाना है। अब जीत इलेक्शन को कुछ भी नहीं पाना…
मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)**************************************** झांक अपने अन्दर, कितने किए हैं तुमने पाप,कर ले अपने पापकर्मों पर, कुछ तो पश्चाताप। आस थी तुमसे, कुछ अच्छा कर दिखलाओगे,सारे समाज के लिए, पथ…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** विघ्नहर्ता गजानन जी,वर दो हमेंहमें ज्ञान का प्रकाश दो,तुम्हारे चरणों में हम रहें सदाऐसा हमें वरदान दो। विघ्नहर्ता गणेश का वंदन करें,मोदक और पुष्प अर्पित करेंपुनीत भावना…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** राधा बोली चलो सखी मधुवन,श्याम की बाॅंसुरी मुझे पुकारेसुन रोम-रोम सखि पुलकित तन-मन,कान्हा नटवर मुख नैन निहारे। दौड़ी राधा छोड़-छाड़ काज घर,रुनझुन पाजे़ब स्वरित…
डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ कई दफा माना है, मैंने…दुःख-सुख से परे है जिन्दगीराग-द्वेष से अलग है जिन्दगी,कई दफा माना है, मैंने…। आना-जाना चलता रहेगा,सब कुछ तो पार्थिव है जग मेंलेकिन!…