वीर सैनिकों का शौर्य और सम्मान आज भी अमिट

  अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** आज २० साल बाद भी देश का हर व्यक्ति कारगिल युद्ध की शानदार जीत और हरल्ले देश पाकिस्तान की कायराना हरकतों को भूला नही है। कहना गलत नही होगा कि,भारत ने कारगिल की लड़ाई से पहले और बाद में भी विकास किया है,और अमन की राह छोड़ी नहीं है। … Read more

युद्ध लड़े जाते हैं बलिदान और राष्ट्रप्रेम से

सारिका त्रिपाठी लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. “या तो तू युद्ध में बलिदान देकर स्वर्ग को प्राप्त करेगा,अथवा विजयश्री प्राप्त कर पृथ्वी का राज्य भोगेगा।” गीता के इसी श्लोक को प्रेरणा मानकर भारत के शूरवीरों ने कारगिल युद्ध में दुश्मन को पाँव पीछे खींचने के लिए मजबूर कर दिया था। २६ जुलाई १९९९ … Read more

मिलावटियों को मौत की सजा दें

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** अखबारों में एक खबर बड़े जोरों से छापी है कि भिंड-मुरैना में सिंथेटिक दूध के कई कारखानों पर छापे मारे गए हैं। राजस्थान और उप्र के पड़ौसी प्रांतों के सीमांतों पर भी नकली दूध की ये फैक्टरियां मजे से चल रही हैं। इस मिलावटी दूध के साथ-साथ घी,मक्खन,पनीर और मावे … Read more

भारतीय सैनिकों का बलिदान रहेगा हमेशा प्रेरणादायी

प्रभावती श.शाखापुरे दांडेली(कर्नाटक) ************************************************ कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. विश्व में शायद ही ऐसा देश होगा जहाँ युद्ध न हुआ होl इन युद्धों में न जाने कितने लोगों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। यह सब सिर्फ अपने देश की रक्षा के लिए,उसके सम्मान के लिए होता हैl सभी देशों में भारत भी एक … Read more

चाँद पर पहली बार पड़े कदम,अब क्या बनाना चाहते हैं ?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************************************** उस महान क्षण की ऐतिहासिक अनुभूति को आज आधी सदी पूरी हो चुकी है,जब २० जुलाई १९६९ को मनुष्य ने चमकते चाँद पर अपना कदम रखा था। सारी दुनिया रातभर जागकर उस लम्हे की साक्षी बनी थी,जब कमांडर नील आर्म स्ट्रांग ने अंतरिक्ष यात्री के बाने में चाँद की खुरदुरी सतह … Read more

विचार तो वेदवाणी

पंकज त्रिवेदी सुरेन्द्रनगर(गुजरात) *************************************************************************** पहले प्रहार की कॉलबेल पुकारते मुर्गे की आवाज़ से इंसान जाग जाता है। क्या जागने की यह प्रक्रिया सही अर्थ में होती है ? ईश्वर ने दिन-रात क्यों बनाए हैं ? दिनभर दौड़-धूप करके,मज़दूरी-मेहनत करके परिवार को पालने-पोसने के लिए ही ? और रात थके हुए इंसान के शरीर को आराम … Read more

जाधव को रिहा करे पाकिस्तान

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के जज इस समय परम आनंद की स्थिति में होंगे। उन्होंने अपनी जिंदगी में कूलभूषण जाधव के मामले-जैसा फैसला कभी नहीं दिया होगा। इस फैसले का सबसे बड़ा चमत्कार यह है कि वादी और प्रतिवादी दोनों ही जश्न मना रहे हैं। भारत कह रहा है कि … Read more

कारगिल विजय दिवस क्यों मनाया जाता है ?

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के सामने २६ जुलाई १९९९ को सफलता प्राप्त करने पर याने कि पाकिस्तान सैन्य को वापस जाने के लिए मजबूर करने के लिए भारतीय वीर योद्धाओं ने अपना बलिदान दिया था,उस विजय और शहीद वीरों की याद में यह कारगिल विजय दिवस … Read more

अंग्रेजी भाषा का प्राथमिक स्तर पर विरोध जरूरी

कमलेश पाण्डेय सीतापुर ********************************************************************** शिक्षा नीति २०१९ के प्रारुप पर भाषा को लेकर बवाल…….. द्विभाषा नीति हो या त्रिभाषा नीति,विरोधी स्वर को सुने जाने की जरूरत है तथा देश को बताए जाने की जरूरत है कि किसी पर कोई भाषा थोपी नहीं जा रही है,किन्तु हिन्दुस्तान की पहचान के लिए हिन्दी आवश्यक है। हिन्दी की … Read more

लोकसभा की शुरुआत सही दिशा में

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* हर राष्ट्र का सर्वाेच्च मंच उस राष्ट्र की संसद होती है,जो पूरे राष्ट्र के लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों द्वारा संचालित होती है,राष्ट्र-संचालन की रीति-नीति और नियम तय करती है,उनकी आवाज बनती है व उनके ही हित में कार्य करती है। राष्ट्र के व्यापक हितों की सुरक्षा करती है। भारत का … Read more