कुल पृष्ठ दर्शन : 204

पृथ्वी

दीपक शर्मा

जौनपुर(उत्तर प्रदेश)

*************************************************

मैं देखता हूँ जहाँ तक
दिखायी देती है मुझे पृथ्वी,
शांत
बिल्कुल शांत,
चपटी
कहीं-कहीं थोड़ी उँची और गहरी।
कोई मुझसे कह रहा था
पृथ्वी गोल है,
और घूमती है
जिसे देखने के लिए मैं
घर से निकल आता हूँ,
वीरान खेतों में
मगर,मुझे पृथ्वी वैसी ही दिखायी देती है,
जैसे घर से दिखाई देती है।
मैं झुंझला जाता हूँ,
देखने के लिए पृथ्वी का घूमना
फिर सोचता हूँ…
किसने कहा था कि पृथ्वी घूमती है ?
गुरूजी ने…?
हाँ! कल कक्षा में मेरे गुरूजी ने ही कहा था,
सैकड़ों वर्ष पहली भी किसी ने कहा था
जिसे लटका दिया गया था सूली पर।

पृथ्वी गोल है तो,
कैसे बना दिए गये इस पर महल!
सेना के साथ सिकंदर
कैसे चला आया था युनान से भारत
बिना लड़खड़ाए,
फिर सब-कुछ चीजें एक जगह ठहरी क्यों है ?
पृध्वी के घूमने के साथ,
चीजों को गिर जाना चाहिए
किसी अज्ञात जगह,
जहाँ मनुष्य
फिर से कर सके
एक नयी सभ्यता का विकास।
फिर से उगा सके फसल और वृक्ष,
वहाँ जन्म ले एक नई भाषा
नहीं होने दिया जाए
वहां किसी तानाशाह का एकाधिकार,
वहां लिखी जाए
जाति-धर्म से मुक्त नयी कविता,
जिसमे किसी मनु,ईसा या मोहम्मद का नाम न हो।

नहीं!
ऐसा क्यों सोचते हैं हम,
यहां से कुछ नहीं गिर सकता
न्यूटन ने कहा था
पृथ्वी बनाते समय।
किसी ने,
रात के अंधेरे मे
लगा दिया था,
इसके बीचों-बीच बड़ा-सा गोल चुम्बक
जो सबको अपनी ओर आकर्षित किए हुए है॥

परिचय-दीपक शर्मा का स्थाई निवास जौनपुर के ग्राम-रामपुर(पो.-जयगोपालगंज केराकत) उत्तर प्रदेश में है। आप काशी हिंदू विश्वविद्यालय से वर्ष २०१८ में परास्नातक पूर्ण करने के बाद पद्मश्री पं.बलवंत राय भट्ट भावरंग स्वर्ण पदक से नवाजे गए हैं। फिलहल विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।आपकी जन्मतिथि २७ अप्रैल १९९१ है। बी.ए.(ऑनर्स-हिंदी साहित्य) और बी.टी.सी.( प्रतापगढ़-उ.प्र.) सहित एम.ए. तक शिक्षित (हिंदी)हैं। आपकी लेखन विधा कविता,लघुकथा,आलेख तथा समीक्षा भी है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कविताएँ व लघुकथा प्रकाशित हैं। विश्वविद्यालय की हिंदी पत्रिका से बतौर सम्पादक भी जुड़े हैं। दीपक शर्मा की लेखनी का उद्देश्य-देश और समाज को नई दिशा देना तथा हिंदी क़ो प्रचारित करते हुए युवा रचनाकारों को साहित्य से जोड़ना है।विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा आपको लेखन के लिए सम्मानित किया जा चुका है।

 

Leave a Reply