कुल पृष्ठ दर्शन : 209

हौंसलों की रवानी लिख रहा हूँ

मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा(राजस्थान)
**************************************************************************

मेरी जिंदगी की मैं आज खुद कहानी लिख रहा हूँ,
जब से चला हूँ सफर में मैं वो निशानी लिख रहा हूँ।

हर दौर से गुजरा है इस जिंदगी का वक्त का सफ़र,
मुश्किल में उलझी सुलझी ये जिंदगानी लिख रहा हूँ।

खुद को कभी भी गिरने नहीं दिया जीवन के सफ़र में,
मैं सफ़र तक जाने हौंसलों की रवानी लिख रहा हूँ।

मेरे जीवन की हर राह आसान बनाने के लिए,
दिल से आज तुम्हें ही मैं अपनी रानी लिख रहा हूँ।

उसके आने से ये जिंदगी फूलों सी महक आई,
ये हक़ीक़त मेरी जिंदगी की जुबानी लिख रहा हूँ।

मैंने जिन सपनों को नजरों में कभी सजाया था
आज उन सपनों को आँखों का मैं पानी लिख रहा हूँ।

कोशिश करने से हर मुश्किल आसान हो जाती है,
जिंदगी की ये सच्चाई एक कहानी लिख रहा हूँ॥

परिचय–मोहित जागेटिया का जन्म ६ अक्तूबर १९९१ में ,सिदडियास में हुआ हैl वर्तमान में आपका बसेरा गांव सिडियास (जिला भीलवाड़ा, राजस्थान) हैl यही स्थाई पता भी है। स्नातक(कला)तक शिक्षित होकर व्यवसायी का कार्यक्षेत्र है। इनकी लेखन विधा-कविता,दोहे,मुक्तक है। इनकी रचनाओं का प्रकाशन-राष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में जारी है। एक प्रतियोगिता में सांत्वना सम्मान-पत्र मिला है। मोहित जागेटिया ब्लॉग पर भी लिखते हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य-समाज की विसंगतियों को बताना और मिटाना है। रुचि-कविता लिखना है।

Leave a Reply