सुदामा दुबे
सीहोर(मध्यप्रदेश)
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कैश तेरे कारे कजरारे,
झूमे अल्हड़ झोंरे से !
गाल गुलाबी गोरे-गोरे,
दमक रहे मरू धोंरे से!!
चमके तेरा बदन सिंदूरी,
गुलमोहर के फूलों-सा!
झीनी-झीनी चुनर तेरी,
अंग दिखाये कोरे से!!
गोल-गोल नैना मतवारे,
सागर से नीले-नीले!
तीर के जैसी पलकें तेरी,
घाव करे हिये होरे से!!
सुर्ख सुघड़ से होंठ रसीले,
दहक रहे अंगारे से!
बोल है तेरे सरस सुरीले
गुँजन करते भोंरे से!!
चंदा जैसा मुखड़ा तेरा,
बिंदिया दमके बिजुरी-सी!
कानों में कुंदन के झुमके,
नाचे मोरनी मोरें से!!
परिचय: सुदामा दुबे की की जन्मतिथि ११ फरवरी १९७५ हैL आपकी शिक्षा एम.ए.(राजनीति शास्त्र)है L सहायक अध्यापक के रूप में आप कार्यरत हैं L श्री दुबे का निवास सीहोर(मध्यप्रदेश) जिले के बाबरी (तहसील रेहटी)में है। आप बतौर कवि काव्य पाठ भी करते हैं। लेखन में कविता,गीत,मुक्तक और छंद आदि रचते हैंL