कुल पृष्ठ दर्शन : 233

You are currently viewing पल-पल नीचे से ऊपर

पल-पल नीचे से ऊपर

प्रीति शर्मा `असीम`
नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)
************************************************

पल-पल नीचे से ऊपर आया हूँ,
वक़्त ने समझाया बहुत कुछ
और नई सोच को,
पहले से बेहतर और ऊपर पाता हूँl

बहुत डरता था,
खुद से पल-पल लड़ता थाl
कोई लड़ेगा नहीं आपकी लड़ाई,
अपने डर से खुद लड़ना होगाl
यह मैं तब नहीं समझ पाया था,
मैं डरा…फिर लड़ाl

आज खुद को डर से ऊपर पाता हूँ,
मैं हार कर भी,हारा नहीं
शायद इसीलिए डर से ऊपर आया हूँl
पल-पल सोच की नवीनता को,
सृजनात्मकता में लगा करl

हे ईश्वर कितनी सुंदर तुम्हारी रचना,
हर चीज़ में तुमको पाता हूँl
मैं सिर्फ पहचानता था,
लेकिन आज जानता हूँl

हर स्तर पर,तुम्हें खड़ा हुआ पाता हूँ,
मैं सही में…
पल-पल नीचे से ऊपर आया हूँl
मैं पल-पल नीचे से ऊपर आया हूँll

परिचय-प्रीति शर्मा का साहित्यिक उपनाम `असीम` हैL ३० सितम्बर १९७६ को हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में अवतरित हुई प्रीति शर्मा का वर्तमान तथा स्थाई निवास नालागढ़(जिला सोलन,हिमाचल प्रदेश) हैL आपको हिन्दी,पंजाबी सहित अंग्रेजी भाषा का ज्ञान हैL पूर्ण शिक्षा-बी.ए.(कला),एम.ए.(अर्थशास्त्र,हिन्दी) एवं बी.एड. भी किया है। कार्यक्षेत्र में गृहिणी `असीम` सामाजिक कार्यों में भी सहयोग करती हैंL इनकी लेखन विधा-कविता,कहानी,निबंध तथा लेख है।सयुंक्त संग्रह-`आखर कुंज` सहित कई पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएं प्रकाशित हैंL आपको लेखनी के लिए प्रंशसा-पत्र मिले हैंL सोशल मीडिया में भी सक्रिय प्रीति शर्मा की लेखनी का उद्देश्य-प्रेरणार्थ हैL आपकी नजर में पसंदीदा हिन्दी लेखक-मैथिलीशरण गुप्त,जयशंकर प्रसाद,निराला,महादेवी वर्मा और पंत जी हैंL समस्त विश्व को प्रेरणापुंज माननेवाली `असीम` के देश और हिंदी भाषा के प्रति विचार-“यह हमारी आत्मा की आवाज़ है। यह प्रेम है,श्रद्धा का भाव है कि हम हिंदी हैं। अपनी भाषा का सम्मान ही स्वयं का सम्मान है।”

Leave a Reply