प्रेम से ही शांति
आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* विश्व शांति दिवस स्पर्धा विशेष…… विश्व को कब नसीब,होगा शांति भरा आँचलकहीं कोरोना तो कहीं,युद्ध के मंडराए हैं बादलlइंसान ने प्रकृति को,प्लास्टिक में लपेटा हैइंसान भी पी.पी.ई. किट,से प्लास्टिक में सिमटा हैlचमगादड़ को भी,इंसान खा जाते हैंजीव दया की अब,केवल बची बातें हैंlमानव ने जो किया,बदले में वह मिला है,अपने कर्मों से … Read more