घूंघट लतिका खोल रही

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** मधुमय मुग्धा अब देख रही। लो घूंघट लतिका खोल रही॥ नव भ्रमर कंठ संगीत भरा, कोलाहल कलरव नेह धरा। अवगुंठन रस से प्राण घिरा, मृदु मुग्ध कली में प्रेम गिरा। अविरल निर्झरिणी नेह यही, लो घूंघट लतिका खोल रही॥ मधु नृत्य मगन मधुमास अहा, नव गंध भरा … Read more

पुलकित-कम्पित चातक गाये

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** पुलकित-कम्पित चातक गाये, गुंजित बादल विपुला छायेl उमड़-घुमड़ कर अंबर घेरा, श्यामल गर्वित रूप घनेराl अम्बुद घोर हुआ अंधेरा, दमक दामिनी डाला डेराl गगरी प्रेम सुधा भर लाये, गुंजित बादल विपुला छायेll चिर संचित चित चंचल छाया, मन मंगल मनहर मति मायाl सुखद पवन गति जलकण काया, … Read more

बादल

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** अच्छे बादल सच्चे लगते। इधर उधर मतवारे उड़ते॥ सूरज को ढकने फिर आते। झुंड बना कर दौड़ लगाते॥ आपस में देखो टकराते। दाँत भींचते फिर लड़ जाते॥ रिमझिम-रिमझिम पानी बरसे। बादल मन धरती पर तरसे॥ आओ मिलकर साथी खेलें। बादल की बूंदों को झेले॥ झट-पट कपड़े अपने … Read more

ध्वज यश फहराया संसार

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. (रचना शिल्प:छंद-लक्षण:जाति,अर्ध सम मात्रिक छंद,प्रति चरण मात्रा ३१ मात्रा,यति १६-१५,पदांत गुरु गुरु,विषम पद की सोलहवीं मात्रा गुरु (ऽ) तथा सम पद की पंद्रहवीं मात्रा लघु (।) युद्घ कारगिल हिंद पाक का,शौर्य संघर्ष का है नामl जय निर्णायक वीर हमारे,लड़े लड़ाई को अविरामl … Read more

पाशविकता है कलुषता

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** कलुषता का शाब्दिक अर्थ है अपवित्रताl इस अपवित्रता या कलुषता का संबंध बाह्य व्यक्तित्व की शारीरिक बनावट या कुरूपता की देहावस्था से नहीं है,इसका संबंध बुरे-भले कृत्यों की आवरण कथा में घनीभूत और रहस्यमयी हो चुका हैl जीवन के अनेक क्षेत्रों में कलुषता परिमार्जित होकर श्रेष्ठता का … Read more

सौगंध

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** सौगंध यही अब खाता हूँ,समता का सुख संसार फले, कौतुक नव चेतन हो चित में,जग सुन्दर क्रीड़ागार पले। मनु व्यथित नहीं कोई जग में,नभ तल मधुरम सुख संचित हो, करुणा रस सागर माया में,गहरी चिंता चित कंपित हो॥ सब काम करें मिल-जुल कर नित,स्वदेश हित में आराधन … Read more

साहित्यकार डॉ.गर्ग `विज्ञ` होंगे `इंडियन बेस्टीज़ अवार्ड-२०१९` से सम्मानित

सिरोही(राजस्थान)l भव्या इंटरनेशनल और एन. आर.बी. फाउंडेशन के बैनर तले और कलमकार मंच की सहभागिता में जयपुर में १४ जुलाई २०१९ को सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय(जगतपुरा) में अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मलेन और इंडियन बेस्टीज़ अवार्ड-२०१९ होने जा रहा हैl इसमें साहित्यकार डॉ. छगनलाल गर्ग विज्ञ(सिरोही) को सम्मानित किया जाएगाl पूर्व प्रधानाचार्य और कवि डॉ.गर्ग की क्षण … Read more

अरिहंतों को नमन

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** दिव्य लोक की राह में,रश्मि पुंज के मंत्र। महावीर क्षण साधना,जीवनभर का तंत्र॥ अरिहंतों को नमन है,सिद्धजन नमस्कार। साधक संतों नमन है,कृपा करो करतार॥ मंत्र साध सदगुण सधे,रहे न दु:ख जंजाल। शब्द भाव अनुसार ही,अंतस सच खंगाल॥ अरिहंती मंगल मिले,साध रहे है सिद्ध। माया पंछी लोभ में,डूब … Read more

चुनाव चक्रवात

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** देख चुनाव उछाल है,सभी करे उत्पातl जोश भरे हर चाल में,सता भूख संतापl भूल चुके जो कर्म है,करे अनोखी बात- वोट चोट की मार से,सभी सहे अनुतापll नेता अब कहने लगे,सदा रहेगा साथl भूल-चूक सब माफ हो,मित्र तुम्ही रघुनाथl लो वादा तैयार हूँ,देने को मैं आज- वोट … Read more

भाषा और संस्कृति:एक सत्यान्वेषण

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** एक सत्य साहित्यसेवी के संदर्भ में हर बार दोहराना चाहता हूँ कि वह जीवन की सौंदर्य अनुभूति से आह्लादित होकर या कला सौन्दर्य की अनुभूति से समाज को लाभान्वित करने साहित्य में नहीं आया,अपितु भीतर की सघन संवेदनाएं पीड़ित मानव के प्रति भावुक होकर अभिव्यक्ति देने के … Read more