दुष्ट चीन से क्यों डरना है

रीना गोयलयमुना नगर(हरियाणा)************************************************************* चाइनीज चीजों को छोड़ो,दुष्ट चीन से क्यों डरना है,संरक्षण अब उसे नहीं है,ये ऐलान हमें करना है। कूट चाल चल सहयोगी संग,भेदी बनकर बोता काँटें,‘कोरोना’ का संकट देकर,सकल विश्व को गरल है बांटे।दगाबाज को सबक सिखाएं,अब अन्याय विरुद्ध लड़ना है,संरक्षण अब उसे नहीं है,ये ऐलान हमें करना है…॥ यह फरमान अभी जारी … Read more

शिवा भी हूँ,शिवानी भी…

देवश्री गोयल जगदलपुर-बस्तर(छग)******************************************************* शिवा भी हूँ मैं…शिवानी भी हूँ मैं…अर्द्ध भी-पूर्ण भी हूँ मैं…lअंत भी आरम्भ भी हूँ मैं…काल से शुरू होकर…काल से परे भी हूँ मैं…,दिग भी हूँ…दिगन्त भी हूँ मैं…lआदि भी हूँ मैं अनंत भी हूं मैं…जड़ भी हूँ,जीवंत भी हूँ मैं…सोच भी हूँ,विचार से परे हूँ मैं…,आचार भी हूँ,आचरण मन्त्र भी हूँ…lकण … Read more

अपूर्ण क्षति

रीना गोयलयमुना नगर(हरियाणा)************************************************************* (रचना शिल्प:२१२२ २१२२ २१२२ २१२) बोझ सीने में दबाकर,सब अकेले सह गए।कुछ कभी कहते किसी से,खुद सिसकते रह गए।हाथ जीवन से छुड़ाया,मृत्यु को अपना लिया।हैं सभी हैरान तुमने,ये अचानक क्या कियाll आस का हर बंध तोड़ा,डोर जीवन तोड़कर।जिंदगी सस्ती नहीं थी,जो गए हो छोड़कर।मुश्किलें हैं अंग जीवन का,नहीं कोई सजा।जो करे संघर्ष … Read more

नेह नीर बरसाओ न…

देवश्री गोयल   जगदलपुर-बस्तर(छग) ******************************************************* तरंगिनि-सी…बह रही हूँ मैं,तुम जल तरंग बजाओ न…lविरहिणी-सी…जी रही हूँ मैं,तुम संग-संग आ जाओ न…lमृगमरीचिका-सी…भटक रही हूँ मैं,तुम नेह नीर बरसाओ न…lनवकोपल-सी…लहक रही हूँ,तुम वट वृक्ष बन जाओ न…lआप्त सुर-सी…द्रवित हो रही हूँ,राग मल्हार सुनाओ न…lविभीषिका-सी…धू-धू जलते मन की,हरीतिमा बन जाओ न…lमाधव प्रिया की…बांसुरी-सी बज सकूँ,वो तान बन जाओ न…ll परिचय-श्रीमती … Read more

नई बयार

देवश्री गोयल   जगदलपुर-बस्तर(छग) ******************************************************* आज नेहा की खुशी का ठिकाना नहीं था। उसे लग रहा था मानो उसके पंख लग गए हों। आज उसने एक ऐसा काम किया था,जिससे उसे अपने ऊपर गर्व हो रहा था। एक आत्मिक सन्तोष मुख मंडल पर स्पष्ट दिखाई दे रहा था। कुछ साल पहले की घटना उसकी आँखों के … Read more

युद्ध

देवश्री गोयल   जगदलपुर-बस्तर(छग) ******************************************************* ‘कोरोना’ से लड़ रहे कर्मवीरों को समर्पित………. हाँ! युद्ध ही तो लड़ रहा हूँ मैं… इस बार बन्दूक की गोली से नहीं जनाब, किसी अंजान शत्रु से भिड़ रहा हूँ मैं… अपनी नई-नवेली पत्नी से मुख मोड़ रहा हूँ मैं, दूधमुँहे बच्चे को अकेले छोड़ रहा हूँ मैं… थरथराते हाथों से … Read more

ये जीवन इक रंगमंच

रीना गोयल यमुना नगर(हरियाणा) ************************************************************* ये जीवन इक रंग मंच है,अलग-अलग किरदार। कठपुतली के खेल में हुए,हम सब हिस्सेदार। कोई नराधम हुआ धरा पर,चलता कुत्सित राह। ओर निभाये कोई मीत बन,डाल प्रीत की बाँह। नानक सम है सतगुरु कोई,तो कोई घनश्याम। भूमिकाएं सब निभा रहे हैं,क्या रहीम क्या राम। अजब-गजब प्रस्तुतियां देकर,दिल छूते हर बार। … Read more

इसको जीना कहते हैं!

रीना गोयल यमुना नगर(हरियाणा) ************************************************************* भड़क रही सीने में पल-पल,आग नफरतों की यह कैसी, दुखी हृदय सब देख विकल है,क्या इसको जीना कहते हैं ? भ्रष्ट हो गयी राजनीति है,भूल चुकी ईमान तभी ये, क्यों विनाश की और चले हैं,भ्रमित हुए इंसान सभी ये। होली खेलें चलो रक्त से,चौड़ा कर सीना कहते हैं, दुखी हृदय … Read more

शुभ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ

हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी वंंदना मोदी गोयल जी  का  २४ मार्च को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..