प्याज के आँसू
हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* अब रोना कैसा है बिना प्याज के! जब मैं रहती थी तुम्हारी टोकरी में, मुझे हाथ लगाते ही आँसू आ जाते थे अब क्यों मेरे न होने पर भी रो रहे हो ? कभी आधा खाया कभी आधा फेंक देते थे बहुत सस्ता समझ लिया था मुझे, आवश्यकता तुम्हें कल … Read more