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मजबूर

हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’
प्रयाग(उत्तरप्रदेश)

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कुदरत को सभी फैसले मंजूर
होते हैं।
माँ-बाप भला बच्चों से कब
दूर होते हैं।
फुर्सत नहीं रही हमें उनकी
फिकर करें-
वो तो हमारी फिक्र में मजबूर
होते हैं।

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