स्वर्णिम भविष्य के लिए आबादी नियमन बेहद जरुरी

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)************************************** सम-सामायिक चिंतन…. भारत एक लोकतान्त्रिक देश है, जहाँ समस्यायों का भण्डार है। कोई भी नियम- कानून बनाने में सरकारों को पसीना आ जाता है,कारण ‘पिंडे पिंडे मतिर भिन्ना’ क्योंकि यहाँ जनतंत्र है और सबको बोलने की स्वतंत्रता के साथ स्वच्छंदता है और उसके बाद न्यायालीन सुव्यवस्था का होना। अभी कुछ दिनों में बाल … Read more

मोहब्बत और जन्नत

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** जो मोहब्बत को दूर से देखता है,उसे ये बहुत अच्छी लगती हैऔर जो मोहब्बत करता है,उसे ये जन्नत लगती है। जिंदगी का सफर,यूँ ही कट जाएगाजीवन का उतार-चढ़ाव भी,पुरुषार्थ से निकल जाएगापढ़ना है यदि खुद को तो,दर्पण के सामने खड़े होनाऔर स्वयं की मंजिल को,अपने अंदर बार-बार देखना। आज के दौर में … Read more

तरस रही हूँ

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** मोम की तरह पूरी रात,दिल रोशनी से पिघलता रहापर वो इस हसीन रात को,नहीं आए मेरे दिल मेंमैं जलती रही और,नीचे फिर से जमती रहीफिर से उनके लिए जलने और,उनके दिल में जमने के लिए। हर रात का अब यही आलम है,वो निगाहें और वो दरवाजा हैदेखती रहती हैं निगाहें दरवाजे को,शायद … Read more

पेट्रोल-डीजल में और आग लगनी चाहिए!

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************** आजकल मूल समस्या से भटकाने का एक सूत्र-बड़ी समस्या खड़ी कर दो। जैसे सरकार एक क्षेत्र में सफल हो गई है तो उससे मंत्रमुग्ध होकर दूसरी विफलता को सामने रख देना,जैसे-हाथी पाँव में सब पाँव समाँ जाते हैं,उसी प्रकार पेट्रोल-डीजल के दाम का कारण विश्वव्यापी समस्या का नाम बताकर दाम बढ़ाओ। सरकार यह … Read more

भारत देश महान

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** मिलोगे तुम अगर देश के लोगों से,तो उनकी भावनाओं को समझोगेऔर देश के प्रति उनके भावों को,तुम निश्चित ही समझ पाओगेफिर देशप्रेम की ज्योत जलाओगे,और भारत को महान देश बनाओगेऔर इस कार्य में हम सभी अपनी,भूमिकाओं को निष्ठा से निभाएंगे। करना है देश के लिए कुछ तो,सबसे पहले खुद को जगाओऔर अपना … Read more

दिल कहीं लगता नहीं

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** सीने से लगाकर तुमसे बस इतना ही कहना है,कि मुझे जिंदगीभर तुम अपनी बाँहों में रखना। मेरी साँसों में तुम बसे हो,दिल पे तुम्हारा नाम लिखा है,मैं अगर खुश हूँ मेरी जान,तो ये एहसान तुम्हारा है। मुझे आँखों में हरपल तेरी ही,एक तस्वीर दिखती रहती है,दिल दिमाग पर तू ही तू,हर पल … Read more

चेतना को विकसित करने की प्रक्रिया ‘योग’

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)********************************************* २१ जून विश्व योग दिवस विशेष…. जिस भी जीव को शरीर मिला है,उसको स्वस्थ्य बनाने के लिए कुछ न कुछ शारीरिक मानसिक क्रियाएं करना पड़ती हैं और क्रियाहीन जीवन मृत हो जाता है। सब जानवर,पशु-पक्षी अपनी विशेष क्रियाएं करते हैं,यह उनमें नैसर्गिक गुण होता है। मानव में मन विशेष होने और बहुत चंचल … Read more

वो कहीं रूठ न जायें..

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** इस बात का डर है,वो कहीं रूठ न जायेंIनाजुक से हैं अरमान मेरे,कहीं टूट न जायें। फूलों से भी नाजुक है,उनके होंठों की नरमी,सूरज झुलस जाये,ऐसी साँसों की गरमी।इस हुस्न की मस्ती को,कोई लूट न जाये,इस बात का डर है,वो कहीं रूठ न जायें…॥ चलते हैं तो नदियों की, अदा साथ ले … Read more

समय का सदुपयोग करें

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** ‘समय का सदुपयोग’ नामक इस शब्द से तात्पर्य है-समय की महत्ता को समझते हुए अपने जीवन के हर क्षेत्र में समय का कुशलता पूर्वक प्रयोग करना।समय एक ऐसी चीज है,जो किसी भी स्थिति में अपने निरंतरता में बाध्यता नहीं आने देती है। यह हर पल चलती ही रहती है। हम मानव के जीवन … Read more

आत्मविश्वास ही सफलता

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** मुसीबत का पहाड़,कितना भी बड़ा होपर मन का यकीन,उसे भेद देता हैमुसीबतों के पहाड़ों को,ढहा देता हैजो अपने कर्म पर,भरोसा रखता है। सांसारिक उलझनों में,उलझा रहने वाला इंसानयदि कर्म प्रधान है तो,हर जंग जीत जाएगाऔर हर परस्थिति से,बाहर निकल आएगा। लिखता है कहानियाँ,सफलता की इंसानगिरा देता है पहाड़ों को,अपने आत्म विश्वास सेऔर … Read more