यही हम बोलेंगे
लालचन्द्र यादव आम्बेडकर नगर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************************** इक बोगी में भर लो कई हजार, यही,हम बोलेंगे। जीवन जबकि,फंसा हुआ मझधार, यही,हम बोलेंगे। पटना जैसे स्टेशन पर, भीड़ लगी है भारी। मुंबई नगरी जाने वाले, जुटे हुए नर-नारी। इधर पसीने से भीगे हम सरकार, यही,हम बोलेंगे। जीवन जबकि,फंसा हुआ मझधार। यही,हम बोलेंगेll सीट ठसा-ठस भरी हुई, अगल-बगल … Read more