राखी की लाज रख देना

जसवंतलाल खटीकराजसमन्द(राजस्थान)************************************************************* रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. राखी का त्यौहार आया,संग में खुशियां हजार लाया।भाई-बहन का सच्चा प्यार,प्रेम के धागे में पूरा समाया॥ बहन अपने पीहर आयी,घर में फिर से रौनक छायी।बाबुल…

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कोरोना हारेगा हमारी एकता से

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* वाह रे, 'कोरोना!' तूने तो गजब कर डाला, छोटी सोच और अहंकार को... तूने चूर-चूर कर डाला। वाह रे,कोरोना... पैसों से खरीदने चले थे दुनिया, ऐसे…

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‘बेटी बचाओ’ नारा खतरे में

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* मछली-सी हो गयी हो तुम, बाहर निकलो तो मर जाओगी। भेड़िये से बैठे है दरिंदे, इनसे कभी ना बच पाओगी॥   कब तक यूँ ही चलता…

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दिल से दीवाली मनाएंगे

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* गया खुशियों का त्यौहार,आ गयी देखो दीवाली, ऐसा कुछ हम काम करेंगे,हर घर में मनेगी दीवाली। गरीब कुम्हार से दीपक ले के,उसकी रोशन शाम करेंगे, दिल…

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गीत प्यार के गाऊंगा

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* करवा चौथ मनाऊंगा, मैं गीत प्यार के गाऊंगा। मैं भी तो अपनी सजनी के, खूब लाड़ लड़ाऊंगा॥ करवा चौथ मनाऊंगा... जब जब उसको देखता हूँ, मन…

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आजादी संग मनेगी राखी

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* क्या अजीब संजोग मिला है, आजादी संग मनेगी राखी। तभी दिल में एक प्रश्न उठा है, क्या आजादी अभी है बाकीll कलाई सजेगी राखी से और,…

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श्रद्धा होनी चाहिए

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* श्रद्धा होनी चाहिए, ज्यादा नहीं,पर थोड़ी तो होनी चाहिए। कभी-कभी जब हम अंदर से टूट जाते हैं, तब अंतर्मन को शक्ति दे दे... ऐसे भगवान पर…

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सावन

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* सावन आया झूम कर, रिमझिम करती बारिश आयी। आओ ! सखी झूला झूलें, बागों में हरियाली छायी॥ हँसी-ठिठोली करती सखियां, झूला झूलें मधुर गीतों संग। पंछियों…

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समय रहते सम्भल जाओ

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* मुझको लगते हैं प्यारे, वन्यजीव देखो हमारे। अब इनको बचाना है, बचेंगे तभी वन हमारे॥ क्यों लगाते हो आग वन में, क्यों पहुँचाते हो नुकसान। पर्यावरण…

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बेनाम रिश्ता

जसवंतलाल खटीक राजसमन्द(राजस्थान) ************************************************************* सब कुछ थी वह पगली,मेरी जिंदगी व मेरा रब, मेरे दिल की थी धड़कन,मेरा प्यार मेरा मजहब। मेरा पहला प्यार थी,किसी की अमानत बन गयी, मेरे…

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