इंद्रधनुषी रंग

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** अंतर के दर्पण में नव मीत बनाना बाकी है,नव सृजन कर छंदों का नवगीत सजाना बाकी है। दुनिया के मिथ्या झगड़ों से खुद को बचाना बाकी है,रूढ़ियों और कुरीतियों से लड़ना अब भी बाकी है। विश्वासों के भंवर जाल में जीना-मरना बाकी है,असली और नकली चेहरों में अंतर करना बाकी है। … Read more

सामाजिक समस्याओं को उकेरता द्वन्द

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** पटना के रचनाकार कवि आशुतोष कुमार झा ने अपने द्वन्द काव्य संकलन(नई दिल्ली) में सामाजिक समस्याओं को अपनी कविताओं का विषय बनाते हुए भ्रष्टाचार, भुखमरी,बढ़ती महँगाई,मजदूरों के ताजा हालातों के साथ ही देश के विभिन्न त्योहारों व राष्ट्रीय पर्वों पर आधारित रचनाएँ लिखी है। इस संकलन में अंगार से लेकर श्रृंगार … Read more

धुंध में लिपटी राजधानी

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** दीपावली के तीन दिन बाद हमारे देश की राजधानी दिल्ली धुंध के काले आवरण से ढँक चुकी थी। दिल्ली में पिछले कुछ वर्षों से प्रदूषण की दर बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार १६०० बड़े शहरों में दिल्ली प्रदूषण में सबसे आगे है। भारत में दिल्ली के अलावा … Read more

मिलन के पर्व दीपावली का आध्यात्मिक महत्व

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** कार्तिक मास की अमावस्या को हम प्रतिवर्ष दीपावली का त्योहार मनाते हैं। भगवान श्री रामचन्द्र जी चौदह वर्ष के वनवास के बाद वापस इसी दिन अयोध्या लौटे थे। इसी खुशी से अयोध्या की प्रजा ने घी के दीप जला कर रोशनी की थी। भगवान के अवध पधारने के लिए उनका स्वागत … Read more

`जनता के राष्ट्रपति` भारत रत्न अब्दुल कलाम की यादों का गुलदस्ता

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** १५ अक्टूबर जन्मदिवस विशेष…………….. मिसाइल मैन,देश के प्रसिद्ध अभियन्ता व भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म १५ अक्टूबर १९३१ को धनुष कौड़ी ग्राम रामेश्वरम तमिलनाडु में हुआ था। वे एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार में जन्मे थे। इनके पिताजी मछुआरों को नाव किराये पर देने का काम करते थे। … Read more

हिन्दी है जन-जन की भाषा

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** महात्मा गांधी ने कहा था “हृदय की कोई भाषा नहीं है। हृदय से हृदय बातचीत करता है,और हिंदी ह्रदय की भाषा है।” हिन्दी ही भारत की राजभाषा होगी,ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय को १४ सितम्बर १८४९ को लिया गया था। हिन्दी को हर क्षेत्र में प्रसारित-प्रचारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा … Read more

साहित्यकार राजेश `पुरोहित` को मिला `विलक्षणा समाज सारथी` सम्मान

भवानीमंडी(राजस्थान)l सामाजिक संस्था विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति(रोहतक,हरियाणा) द्वारा रविवार को जिला विकास भवन में राष्ट्रीय स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें राजस्थान से भवानीमंडी के कवि-साहित्यकार राजेश कुमार शर्मा पुरोहित को विलक्षणा समाज सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया। परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार,सांसद अरविंद शर्मा,हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ.सोमेश्वर दत्त शर्मा से … Read more

विभाजन की रेखाएँ

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** कुण्डलपुर गाँव में आज एक ही चर्चा थी-सेठ धनपत राय के चारों बेटे ने अपना अपना हिस्सा ले लिया। सेठजी की धन-दौलत,मकान-दुकान,सोना-चाँदी का आज बँटवारा हो गया। छोटे से लेकर बड़ों तक गाँव के लोगों में बस एक ही चर्चा थी। नाई की दुकान पार मंदिरों की धर्मशालाओं में,चौपालों पर सबके … Read more

आषाढ़ के बादल

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** लेकर हल काँधे पर निकल गए भूमिपुत्र सारे, खुशियों को बांटने चले आये आषाढ़ के बादल। माटी की सौंधी-सौंधी महक से झूम उठे खेत, भूमिपुत्रों को मनाने आ गए आषाढ़ के बादल। ये इंद्रधनुषी सपनों को उम्मीदों के पंख लगाने, फिर उमड़-घुमड़ कर आ गए आषाढ़ के बादल। कूप बावड़ी ताल … Read more

जीवन में माधुर्य लुटाये,वो कविता होती है

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** शब्दों का मधुर गुंजन कविता होती है, भावना की अभिव्यक्ति कविता होती है। छन्द मात्रा लय ताल सुर कविता होती है, जीवन में माधुर्य लुटाये वो कविता होती है। प्रकृति का अतुलित आनन्द कविता होती है, संघर्षों में विजय दिला दे वो कविता होती है। सत्पथ पर सबको चला दे वो … Read more