अमर शहीदों को श्रद्धांजलि

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** पुलवामां के अमर शहीदों की कुर्बानी याद करो,आँखों में अंगारे रक्खो दिल से यूँ ना आह भरो।किया पाक ने जो कुकर्म था बदला अभी चुकाना है,चौदह फरवरी सन् उन्नीस को हमको नहीं भुलाना है॥ वही आज का दिन है जिस दिन धोखा हुआ करारा था,घात लगा चालीस जवानों को दुश्मन ने … Read more

मेरी कल्पना

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ******************************************************* नए साल में नई उमंगें,जैसे नया जमाना होगाबीत जाएगा साल पुरानागुज़रा हुआ फ़साना होगाl तड़प रहे थे इतने दिन से,डरते-डरते समय गुजाराकब जाएगा ये कोरोनाकब आएगा वक्त हमाराl कब अपनों से मिल पाएँगे,फटा हुआ दिल सी पाएँगेशहर में घूमेंगे आवारा,जब होगा इससे छुटकाराl आशा करते हैैं वर्ष नया,खुशियाँ लेकर के आएगासब … Read more

नूतनता जरूरी है

प्रेमशंकर ‘नूरपुरिया’मोहाली(पंजाब) ************************************************** घनघोर तिमिर में नया विहान जरूरी है,हर पतन पश्चात नया उत्थान जरूरी है।संघर्षों से लड़कर ही हर समाधान मिलेगा,विषादों के नीड़ों में नई मुस्कान जरूरी है॥ नया विकास नई सरंचना नये विचार जरूरी हैं,नया समाज नई चेतना नया संसार जरूरी है।नये पे नये का सिलसिला हरदम जारी रखो,अब नया उजाला नई खुशियां … Read more

बिदाई

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ******************************************************** (रचनाशिल्प:तर्ज-चलो रे डोली उठाओ कहार) लाड़ों से हमने पाला है तुम्हें,फूलों की तरह संभाला तुम्हेंतुम पर अब अपना तो जोर नहीं है,वो है ससुराल कोई और नहीं है।जाने को अब तो हो जाओ तैयार,पिया मिलन की रुत आई॥ आई रात फेरों वाली,छाई है खुशियाली,बिटिया पराई हुई,आँखों में छाई है लाली।होना है … Read more

माँ की नज़र में बेटा-बेटी

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ******************************************************** आँगन की फुलवारी को महकाती हैं बेटियाँ,माँ की बहुत दुलारी हो जाती हैं बेटियाँ। बेटा-बेटी होते माँ की आंख के तारे,घर में सभी पे प्यार लुटाती हैं बेटियाँ। आते हैं जब कभी भी माँ की आँख में आँसू,उन आँसूओं का मोल चुकाती हैं बेटियाँ। माता-पिता के दर्द को पहचानती है वो,प्यारी-सी … Read more

हिन्दी की पहचान दिखनी चाहिए

  शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ***************************************************************** शान हिन्दी की सदा ऊँची ही रहनी चाहिए,मुँह से जब निकले तो ये सरिता सी बहनी चाहिए। बात जो कहनी है तो उपयोग हिन्दी का करो,विषय कुछ हो भाषा हिन्दी ही रहनी चाहिए, थोपता हो आप पर जो और भाषा गर कोई,ऐसी हठधर्मिता नहीं कोई भी सहनी चाहिए। भाषाएं हर … Read more

फिर ये शुभ घड़ी आई

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. आजादी का दिवस लौट कर एक बार फिर आया है,कितना हाहाकार मचा था हमको याद दिलाया है। छोड़ गये अँग्रेज थे भारत लेकिन टुकड़े कर डाले,घाव हृदय में कितने गहरे फिरंगियों ने कर डाले। लाशों का अम्बार लग गया हिन्दू और मुसलमाँ का,नदी बह चली थी लहू … Read more

हे मात शत्-शत् तुम्हें प्रणाम

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** हे मात भारती करूँ शत्-शत् तुम्हें प्रणाम,खेला हूँ तेरी गोद में आँचल को तेरे थाम। माँ तेरे प्यार का कोई भी मोल नहीं है,मेरे लिए तो पूज्य है सारी ये धरा धाम। पावन है तेरी मिट्टी जो कान्हा ने खाई थी,मुँह में दिखाया माँ को ब्रह्माँड ही तमाम। उस मिट्टी को … Read more

वीर योद्धा

प्रेमशंकर ‘नूरपुरिया’मोहाली(पंजाब) ********************************************************************** विचारों का जगत यह सबके अपने विचार,इसी से चली दुनिया,फिर चलती बातें चार। विचार ना सबके एक से होते,ना सबकी बात,कहीं मिलती सहमति कहीं विरोध की रात। पर प्रकृति है सबकी कभी ना करती घात,करती सबका ख्याल यह ना करती पक्षपात। प्रकृति से ही जन्में हैं यहां हम सभी लोग,प्रकृति ही मरण … Read more

महासंग्राम में रचनाकारों ने दी शानदार प्रस्तुति,किया सम्मानित

मधुपुर(झारखंड)। अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संगम-साहित्योदय द्वारा आयोजित साप्ताहिक परिचर्चा सह अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन ‘साहित्योदय साहित्य संग्राम’ का सातवां अंक शानदार रहा। इसका उदघाटन प्रसिद्ध ओज कवि बेबाक़ जौनपुरी ने किया। उन्होंने कई शानदार गीत और दोहे सुनाए।साहित्योदय संस्थापक प्रमुख पंकज ‘प्रियम’ ने बताया कि,साहित्योदय ने इस ‘कोरोना’ काल को साहित्य सृजनकाल में बदल दिया है। … Read more