बसंत…तुम जब
प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)******************************************** बसंत तुम जब आते हो,प्रकृति में नव उमंग,उन्माद भर जाते होहवाएं चलती हैं सुगंध ले करजीवन में खुशबू बिखराते हो।बसंत तुम जब आते हो… कितने नए एहसास जागते हैं,नित-नूतन संसार सजाते होहर तरफ फूलों से बगिया तुम सजाते हो,कहीं पीले-कहीं नारंगी,लाल गुलाब महकाते हो।बसंत तुम जब आते हो… सृजन की प्रेरणा … Read more