है भाषा राज की हिंदी यूँ हीन
प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ********************************************************** हिंदी दिवस विशेष….. बोल-तोल बदले सभी,बदली सबकी चाल,परभाषा से देश का,हाल हुआ बेहाल। जल में रहकर ज्यों सदा,प्यासी रहती मीन,होकर भाषा राज की,है हिंदी यूँ हीन। अपनी भाषा साधना,गूढ़ ज्ञान का सार,खुद की भाषा से बने,निराकार,साकार। हो जाते हैं हल सभी,यक्ष प्रश्न तब मीत,निज भाषा से जब जुड़े,जागे अन्तस प्रीत। अपनी भाषा … Read more