देवभूमि को सुरक्षित रखना जरूरत

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************ उत्तराखंड हिमालय देवभूमि के रूप में उभरा है और हिंदू तीर्थयात्रा के केन्द्र के रुप में विकसित हुआ है,मगर प्राकृतिक आपदाएं इसको विनाशक बना रही है। पिछले…

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जीती बेटियाँ,जाने कितने रूप

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************ कभी बने है छाँव तो,कभी बने हैं धूप।सौरभ जीती बेटियाँ,जाने कितने रूप॥ जीती है सब बेटियाँ,कुछ ऐसे अनुबंध।दर्दों में निभते जहां,प्यार भरे संबंध॥ रही बढ़ाती मायके,बाबुल का…

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राजघाट चुपचाप

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ********************************* पंचायत लगने लगी,राजनीति का मंच।बैठे हैं कुछ मसखरे,बनकर अब सरपंच॥ घोटालों के घाट पर,नेता करे किलोल।लिए तिरंगा हाथ में,कुर्सी की जय बोल॥ अभिजातों के हो जहाँ,लिखे सभी…

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नए साल के पँख

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************************** बीत गया ये साल तो,देकर सुख-दुःख मीत,क्या पता ? क्या है बुना ? नई भोर ने गीतl माफ़ करे सब गलतियां,होकर मन के मीत,मिटे सभी की वेदना,जुड़े…

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सरकार को ईमानदार समझौता करना चाहिए

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************************** जयपुर और आगरा के लिए दिल्ली के राजमार्गों की नाकाबंदी के लिए किसान संगठनों के आह्वान के बाद पूरे भारत में तनाव बढ़ गया है। ३ विवादास्पद…

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तुम बेकार

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************************** वक्त पड़े तो फूल हम,दिखते समझदार,कह दी सच्ची बात तो,सौरभ तुम बेकारl बस अपनी ही हांकता,करता लम्बी बात,सौरभ ऐसा आदमी,देता सबको घातl जिसने सच को त्यागकर,पाला झूठ…

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समानता हेतु व्यापक सामाजिक परिवर्तन की आवश्यकता

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************************** लैंगिक असमानता हमारे समाज में एक दीर्घकालिक समस्या है। आज भी महिलाओं के साथ कई तरह से भेदभाव किया जाता है। भारत के सामाजिक संदर्भ में कानूनी…

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कश्मीरी नेताओं को जमीनी हकीकत समझने की जरूरत

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ************************************************** अब कश्मीरी नेताओं को जमीनी हकीकत समझने और वर्तमान दौर के साथ व्यवहारिक होने की जरूरत है। उन्हें अब सच और जमीनी हकीकत समझ लेनी चाहिए। अब…

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बिन बेटी सब सून

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ********************************************************** जीवन में आनंद का,बेटी मंतर मूल।इसे गर्भ में मारकर,कर ना देना भूल॥ बेटी कम मत आंकिये,गहरे इसके अर्थ।कहीं लगे बेटी बिना,तुझे सृष्टि व्यर्थ॥ बेटी होती प्रेम की,सागर…

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पाए तेरी गोद में चारों धाम

प्रियंका सौरभहिसार(हरियाणा) ********************************************************** तेरे आँचल में छुपा,कैसा ये अहसास,सोता हूँ माँ चैन से,जब होती हो पास। माँ ममता की खान है,धरती पर भगवान,माँ की महिमा मानिए,सबसे श्रेष्ठ-महान। माँ कविता के…

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