याद आता है मुझे…
तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ************************************************* देखकर दूरक्षितिज पर मिलता,मुस्कराती शाम सेढलता दिन।याद आता है मुझेउनसे वो पहला मिलन। कड़कती बिजलियों सेमेरा वो डर जाना,बरसते सावन कीबौछारों की मिट्ठी छुअन।याद आता है मुझे,उनसे वो पहला मिलन…। झील के किनारेवो चाँद की चाँदनी रात,हाथों में लिए हाथजब मिला था मन से मन।याद आता है मुझे,उनसे वो पहला मिलन…। छुप-छुप … Read more