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शहीद हुआ बेटा

तारा प्रजापत ‘प्रीत’
रातानाड़ा(राजस्थान) 
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स्वतंत्रता दिवस विशेष ……..

सरहद से ये ख़बर है आयी,
शहीद हुआ,तेरा बेटा माई।

ह्रदय माँ वज्रपात हो गया
रोया दिल आँख भर आयी,
फिर भी गर्व से वो मुस्कराई
सरहद से ये ख़बर है आयी।
शहीद हुआ,तेरा बेटा माई…॥

सुन्न हो गया पिता ये सुनकर,
लुट गयी जीवनभर की कमाई,
हाथों अपने चिता सजाई
सरहद से ये ख़बर है आयी।
शहीद हुआ,तेरा बेटा माई…॥

टूट गयी बहना की आशा
देती रही राखी की दुहाई,
बाँधूँ किसे कहाँ मेरा भाई
सरहद से ये ख़बर है आयी।
शहीद हुआ,तेरा बेटा माई…॥

टूट गया जन्मों का बन्धन
सूनी हो गयी पत्नी की कलाई,
रह गयी बस अब ये तन्हाई
सरहद से ये ख़बर है आयी।
शहीद हुआ,तेरा बेटा माई…॥

छीन लिया बच्चों का सहारा,
दया न भगवन तुझको आयी,
पापा हमारी न याद आयी
सरहद से ये ख़बर है आयी।
शहीद हुआ,तेरा बेटा माई…॥

मरते दम तक इन वीरों ने
देश की महिमा है गायी,
दुश्मन ने मुँह की है खायी
सरहद से ये ख़बर है आयी।
शहीद हुआ,तेरा बेटा माई…॥

परिचय-श्रीमती तारा प्रजापत का उपनाम ‘प्रीत’ है।आपका नाता राज्य राजस्थान के जोधपुर स्थित रातानाड़ा स्थित गायत्री विहार से है। जन्मतिथि १ जून १९५७ और जन्म स्थान-बीकानेर (राज.) ही है। स्नातक(बी.ए.) तक शिक्षित प्रीत का कार्यक्षेत्र-गृहस्थी है। कई पत्रिकाओं और दो पुस्तकों में भी आपकी रचनाएँ प्रकाशित हुई हैं,तो अन्य माध्यमों में भी प्रसारित हैं। आपके लेखन का उद्देश्य पसंद का आम करना है। लेखन विधा में कविता,हाइकु,मुक्तक,ग़ज़ल रचती हैं। आपकी विशेष उपलब्धि-आकाशवाणी पर कविताओं का प्रसारण होना है।

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