अब अदालत से ही आशा

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** मुद्दा ‘नागरिक संशोधन कानून’………………. संसद ने किसी कानून को स्पष्ट बहुमत से पारित किया हो और उसके खिलाफ इतना जबर्दस्त आंदोलन चल पड़ा हो,ऐसा स्वतंत्र भारत के इतिहास में कम ही हुआ है। ये तो नरेंद्र मोदी की किस्मत है कि इस समय देश में कोई अखिल भारतीय नेता नहीं … Read more

कहां सावरकर और कहां राहुल ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** हमारे आजकल के नेताओं से यह आशा करना कि वे नेहरु, लोहिया,श्यामाप्रसाद मुखर्जी,विनोबा,अटलबिहारी वाजपेयी और नरसिंहराव की तरह पढ़े-लिखे होंगे,उनके साथ अन्याय करना होगा। वे सत्ता में हों या विपक्ष हों,उनका बौद्धिक स्तर लगभग एक-जैसा ही होता है। सलाहकार तो उनके भी होते हैं। लेकिन वे अपने स्तर के लोगों … Read more

निरर्थक संकट में फंसी भाजपा

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** मुद्दा `नागरिकता संशोधन कानून`………… कोई कानून हमारी संसद स्पष्ट बहुमत से बनाए और उस पर इतना देशव्यापी हंगामा होने लगे,ऐसा याद नहीं पड़ता। संसद के दोनों सदनों ने ‘नागरिकता संशोधन विधेयक’ पारित किया,जिसके अनुसार पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आनेवाले शरणार्थियों को भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी,लेकिन यह नागरिकता … Read more

इस कानून से हिंदू क्यों नाराज

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** कितने मजे की बात है कि गृहमंत्री अमित शाह ने जो नया नागरिकता विधेयक संसद से पारित करवाया है,उसका विरोध भारत के मुसलमान नहीं कर रहे हैं बल्कि हिंदू कर रहे हैं और ये हिंदू हैं पूर्वोत्तर राज्यों के। असम,त्रिपुरा, मणिपुर,मेघालय,मिजोरम,अरुणाचल के। इन राज्यों में रहने वाले मूल निवासियों को … Read more

फिर आरक्षण का अंधा कानून

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** संसद ने सर्वानुमति से आरक्षण विधेयक पारित कर दिया। सदन में उपस्थित ३५२ सदस्यों में से एक की भी हिम्मत नहीं हुई कि इस आरक्षण का विरोध करे। अब १० साल के लिए नौकरशाही के पैर में बेड़ियां फिर से डाल दी गई है। ७० साल से चल रहे इस … Read more

‘न्याय’ के नाम पर ठगी क्यों ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** जोधपुर के एक समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और भारत के मुख्य न्यायाधीश एस.ए. बोबड़े ने टिप्पणियाँ की हैं। श्री बोबड़े ने यह ठीक ही कहा है कि,न्याय न्याय है,वह प्रतिशोध या बदला नहीं हो सकता है। इसीलिए,किसी भी व्यक्ति का अपराध सिद्ध होने के पहले गुस्से में आकर उसको … Read more

जगन रेड्डी की उल्टी पट्टी

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने सांप की बाॅबी में हाथ डाल दिया है। उन्होंने उप-राष्ट्रपति वेंकय्या नायडू,आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और आंध्र के अन्य नेताओं को अपने एक ऐसे तर्क में लपेट लिया है, जो मूलतः गलत है लेकिन जिसने सभी नेताओं की बोलती बंद कर दी … Read more

कश्मीर में हिंसा…शुद्ध कायरता

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** कश्मीर के हाल देखने के लिए इधर से २३ यूरोपीय सांसद श्रीनगर पहुंचे और उधर कुलगाम में आतंकवादियों ने ५ मजदूरों की हत्या कर दी। इस खबर के आगे मोदी की सउदी यात्रा और बगदादी की हत्या की खबर फीकी पड़ गई। यूरोपीय सांसदों का कश्मीर-भ्रमण भी अखबारों के पिछले … Read more

अबकी बार बच गया पाकिस्तान

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** आज के दिन पाकिस्तान की साँस अधर में लटकी हुई थी। यदि पेरिस स्थित वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (एफएटीएफ) आज पाकिस्तान को उसकी भूरी सूची में से निकालकर काली सूची में डाल देती तो उसकी नय्या डूब जाती। काली सूची में आने का अर्थ है,वह अंतरराष्ट्रीय अछूत बन जाए। पाकिस्तान … Read more

सावरकर साम्प्रदायिक थे या शुद्ध बुद्धिवादी ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** स्वातंत्र्यवीर सावरकर का स्वतंत्र भारत में क्या स्थान है ? न तो उन्हें भारत रत्न दिया गया,न संसद के केन्द्रीय कक्ष में उनका चित्र लगाया गया,न संसद के अंदर या बाहर उनकी मूर्ति स्थापित की गई,न उन पर अभी तक कोई बढ़िया फिल्म बनाई गई,न उनकी जन्म-शताब्दी मनाई गई और … Read more