माँ की महिमा अपरम्पार
उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** सुनो हे माता शेरावाली,अरज़ करुं मैं बारम्बार,‘उमेश’ पर रखना दया की दृष्टि,महिमा तेरी अपरम्पार। हे माता ममतामयी हो तुम,मैं तो खड़ा तुम्हारे द्वार,खाली है मेरी झोली मैया,महिमा तेरी है अपरम्पार। भर दो हे माता झोली मेरी,भरा पड़ा है तेरा भंडार,भक्त की रख लो लाज हे माता,महिमा तेरीअपरम्पार। बीच भँवर फंसी जीवन नैया,जननी … Read more