दिवाली आई खुशियाँ लाई
उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** सबके घर की हुई सफाई, सज गए आँगन और अँगनाई दीपों से बाज़ार है छाया, दिवाली आई,खुशियाँ लाई। हर ओर होती साफ़-सफाई, दीवारों पर होती रंग-पुताई घर में सबने दीया है जलाई, दिवाली आई,खुशियाँ लाई। लक्ष्मी माँ की हुई पुजाई, सबने खूब मिठाई खिलाई बच्चों ने फुलझड़ियाँ जलाई, दिवाली आई,खुशियाँ … Read more