कुल पृष्ठ दर्शन : 216

सड़कें यूँ उदास तो न थी…!

तारकेश कुमार ओझा
खड़गपुर(प. बंगाल )

**********************************************************

अपनों से मिलने की ऐसी तड़प,विकट प्यास तो न थी,
शहर की सड़कें पहले कभी यूँ उदास तो न थी।
पीपल की छाँव तो हैं अब भी मगर,
बरगद की जटाएंं यूं निराश तो न थी।
गलियों में होती थी समस्याओं की शिकायत,
मनहूसियत की महफिल यूँ बिंदास तो न थी।
मुलाकातों में सुनते थे ताने-उलाहने,
मगर जानलेवा खामोशियों की यह बिसात तो न थी॥

परिचय-तारकेश कुमार ओझा का नाम खड़गपुर में वरिष्ठ पत्रकार के रुप में जाना जाता है। आपका निवास पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित भगवानपुर (जिला पश्चिम मेदिनीपुर) में है। आपकी लेखन विधा अनुभव आधारित लेख,संस्मरण और सामान्य आलेख है।श्री ओझा का जन्म स्थान प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) हैl पश्चिम बंगाल निवासी श्री ओझा की शिक्षा बी.कॉम. हैl कार्यक्षेत्र में आप पत्रकारिता में होकर उप सम्पादक हैंl आपको मटुकधारी सिंह हिंदी पत्रकारिता पुरस्कार तथा श्रीमती लीलादेवी पुरस्कार के साथ ही बेस्ट ब्लॉगर के भी कई सम्मान मिल चुके हैंl आप ब्लॉग पर भी लिखते हैंl  

Leave a Reply