कुल पृष्ठ दर्शन : 223

बरगद की छाँव….!

तारकेश कुमार ओझा
खड़गपुर(प. बंगाल )

**********************************************************

बुलाती है गलियों की यादें मगर,
अब अपनेपन से कोई नहीं बुलाता
इमारतें तो बुलंद हैं अब भी लेकिन,
छत पर सोने को कोई बिस्तर नहीं लगाता।
बे-रौनक नहीं है चौक-चौराहे,
पर अब कहां लगता है दोस्तों का जमावड़ा
मिलते-मिलाते तो कई हैं मगर,
हाथ के साथ दिल भी मिले,इतना कोई नहीं भाता।
पीपल-बरगद की छाँव पूर्व सी शीतल,
मगर अब इनके नीचे कोई नहीं सुस्ताताl
घनी हो रही शहर की आबादी,
लेकिन महज कुशल-क्षेम जानने को अब कोई नहीं पुकारताll

परिचय-तारकेश कुमार ओझा का नाम खड़गपुर में वरिष्ठ पत्रकार के रुप में जाना जाता है। आपका निवास पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित भगवानपुर (जिला पश्चिम मेदिनीपुर) में है। आपकी लेखन विधा अनुभव आधारित लेख,संस्मरण और सामान्य आलेख है।श्री ओझा का जन्म स्थान प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) हैL पश्चिम बंगाल निवासी श्री ओझा की शिक्षा बी.कॉम. हैL कार्यक्षेत्र में आप पत्रकारिता में होकर उप सम्पादक हैंL आपको मटुकधारी सिंह हिंदी पत्रकारिता पुरस्कार तथा श्रीमती लीलादेवी पुरस्कार के साथ ही बेस्ट ब्लॉगर के भी कई सम्मान मिल चुके हैंL आप ब्लॉग पर भी लिखते हैंL  

Leave a Reply