ममता तिवारी ‘ममता’
जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)
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वर्तमान राजनीति….
आ कर देखो बच्चन साहब कैसे छलक रही हाला,
हर कूचे, हर गली खुले है, दिल दिल्ली है मतवाला।
राजनीति के रंग देखती जनता पहुँची मधुशाला,
चाचा-भतीजा, बहन-भैया, कहीं जीजा और साला।
झूम रही है पूरी नगरी, देखो लगा बुद्धि ताला,
देख देश के दिल पर भैया, मयखाने का है जाला।
भ्रष्टाचार रार मचा रहे जाने क्या गड़बड़झाला,
राजनीति छक-छक कर पीती, उड़ेल प्याले पर प्याला।
दिनभर करी मजूरी पीया, एकसाथ एक मुक्त वाला,
चप्पल ले कर निकले घर से, पत्नी बालक औ बाला।
कुछ को नव रोजगार मिले है, बेवड़े निकालने नाला,
इस चक्कर देखो रे भैया, हुआ सादा कुर्ता काला॥
परिचय–ममता तिवारी का जन्म १अक्टूबर १९६८ को हुआ है। वर्तमान में आप छत्तीसगढ़ स्थित बी.डी. महन्त उपनगर (जिला जांजगीर-चाम्पा)में निवासरत हैं। हिन्दी भाषा का ज्ञान रखने वाली श्रीमती तिवारी एम.ए. तक शिक्षित होकर समाज में जिलाध्यक्ष हैं। इनकी लेखन विधा-काव्य(कविता ,छंद,ग़ज़ल) है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएं प्रकाशित हैं। पुरस्कार की बात की जाए तो प्रांतीय समाज सम्मेलन में सम्मान,ऑनलाइन स्पर्धाओं में प्रशस्ति-पत्र आदि हासिल किए हैं। ममता तिवारी की लेखनी का उद्देश्य अपने समय का सदुपयोग और लेखन शौक को पूरा करना है।