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दयालु बनो

संजय एम. वासनिक
मुम्बई (महाराष्ट्र)
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किसी का भी जीवन आसान नहीं है,
हर किसी को कठिनाई से जूझना पड़ता है
इसलिए, दयालु बनो।

हर कोई गलती करता है,
कोई भी पाक-साफ नहीं होता है
इसलिए, दयालु बनो।

दयालुता का प्रत्येक कार्य,
दुनिया के लिए एक अनमोल उपहार है
इसलिए, दयालु बनो।

दयालुता, दयालुता को प्रोत्साहित करती है,
दयालुता मन को शांत करती है
इसलिए, दयालु बनो।

दयालुता से मन को खुशी मिलती है,
दयालुता मन को शुद्ध करती है
इसलिए, दयालु बनो।

दयालुता स्वयं के प्रति
लगाव को ख़त्म कर देती है,
और हर किसी के प्रति संवेदनशील होती है
न कि केवल उन लोगों के प्रति, जिन्हें आप पसंद करते हैं
इसलिए, बिना किसी अपेक्षा के दयालु बनो।

सचेतनता और बुद्धिमत्ता के साथ,
अपने मार्गदर्शक के रूप में सर्वोत्तम और सबसे उपयोगी तरीके से दयालु बनो।
सभी दयालु हों,
सभी दयालु बनो॥