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नारी

विनोद वर्मा आज़ाद
देपालपुर (मध्य प्रदेश) 

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‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष…………………


अबला-अबला-अबला है इस देश की नारी,
भारतीय संस्कृति के झूले पर टंगी रहती है बेचारी।
एक माँ के रूप में इसकी ममता है न्यारी,
रक्षा बंधन के कारण वह है सबकी प्यारी॥

दादी के रूप में सुनाती है वह अच्छी-अच्छी कहानी,
भाभी के रूप में शक्ल लगती है जानी-पहचानी।
बुआ भी बनी है,किसी की ननद किसी की जेठानी,
माँ की है वह माँ किंतु मेरी लगती है वह नानी॥

काकी,भाभी,मामी सभी,सभी है एक-दूसरी की पूरक,
कोर्ट,कचहरी,बाजार,घर सभी में है इसकी सूरत।
संस्कृति की अनमोल धरोहर है नारी की यह मूरत,
नारी जीवन की संस्कृति को भी थी जरूरत॥

नारी पहले बनी बहू, फिर बनी सास,
बहू सास को समझती है चिपट की फांस।
बड़े परिवारों में धनवानों की बेटियों ने बुनी एक कहानी,
ढपोल संग रहकर लड़ती वह और ननद-जेठानी॥

परिचय-विनोद वर्मा का साहित्यिक उपनाम-आज़ाद है। जन्मतिथि १ जून १९६२ एवं जन्म स्थान देपालपुर (जिला इंदौर,म.प्र.)है। वर्तमान में देपालपुर में ही बसे हुए हैं। श्री वर्मा ने दर्शन शास्त्र में स्नातकोत्तर सहित हिंदी साहित्य में भी स्नातकोत्तर,एल.एल.बी.,बी.टी.,वैद्य विशारद की शिक्षा प्राप्त की है,तथा फिलहाल पी.एच-डी के शोधार्थी हैं। आप देपालपुर में सरकारी विद्यालय में सहायक शिक्षक के कार्यक्षेत्र से जुड़े हुए हैं। सामाजिक गतिविधि के अंतर्गत साहित्यिक,सांस्कृतिक क्रीड़ा गतिविधियों के साथ समाज सेवा, स्वच्छता रैली,जल बचाओ अभियान और लोक संस्कृति सम्बंधित गतिविधियां करते हैं तो गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षण सामग्री भेंट,निःशुल्क होम्योपैथी दवाई वितरण,वृक्षारोपण,बच्चों को विद्यालय प्रवेश कराना,गरीब बच्चों को कपड़ा वितरण,धार्मिक कार्यक्रमों में निःशुल्क छायांकन,बाहर से आए लोगों की अप्रत्यक्ष मदद,महिला भजन मण्डली के लिए भोजन आदि की व्यवस्था में भी सक्रिय रहते हैं। श्री वर्मा की लेखन विधा -कहानी,लेख,कविताएं है। कई पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचित कहानी,लेख ,साक्षात्कार,पत्र सम्पादक के नाम, संस्मरण तथा छायाचित्र प्रकाशित हो चुके हैं। लम्बे समय से कलम चला रहे विनोद वर्मा को द.साहित्य अकादमी(नई दिल्ली)द्वारा साहित्य लेखन-समाजसेवा पर आम्बेडकर अवार्ड सहित राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा राज्य स्तरीय आचार्य सम्मान (५००० ₹ और प्रशस्ति-पत्र), जिला कलेक्टर इंदौर द्वारा सम्मान,जिला पंचायत इंदौर द्वारा सम्मान,जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा सम्मान,भारत स्काउट गाइड जिला संघ इंदौर द्वारा अनेक बार सम्मान तथा साक्षरता अभियान के तहत नाट्य स्पर्धा में प्रथम आने पर पंचायत मंत्री द्वारा १००० ₹ पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। साथ ही पत्रिका एक्सीलेंस अवार्ड से भी सम्मानित हुए हैं। आपकी विशेष उपलब्धि-एक संस्था के जरिए हिंदी भाषा विकास पर गोष्ठियां करना है। इनकी लेखनी का उद्देश्य-हिंदी भाषा के विकास के लिए सतत सक्रिय रहना है।

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