भागलपुर (बिहार)।
विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ (भागलपुर) में ७ नवम्बर को १ दिनी महाधिवेशन एवं मानद सारस्वत सम्मान समारोह में लेखिका ममता तिवारी ‘ममता’ (चाम्पा, छत्तीसगढ़) को मानद सम्मानोपाधि ‘विद्यावाचस्पति’ से विभूषित किया गया।
सुनीता जौहरी व कवि आनंद दाधीच को भी सम्मानित किया गया।
कुलपति डॉ. संभाजी बाविस्कर ने श्रीमती तिवारी को यह उपाधि उनके प्रकाशित ५ काव्य संग्रहों और १ खण्डकाव्य ‘कलयुग’
(कुकुंभ छंद आधारित) सहित १ हजार से अधिक गीत, कविता लिख चुकने के योगदान हेतु दी है। आपको विभिन्न साहित्य संस्थान से २०० प्रशस्ति प्रमाण-पत्र भी मिल चुके हैं। हिन्दी सेवा हेतु प्रतिबद्ध ‘ममता’ लोकप्रिय मंच हिन्दीभाषा.कॉम (हिन्दी अकादमी, मप्र से अभा पुरस्कृत) की प्रचार प्रमुख होकर काशी साहित्य सेवा आदि संस्थानों से भी जुड़ी हुई हैं। आपको इस उपाधि हेतु मित्रों व शुभचिंतकों ने बधाई दी है।