‘हिंदी दिवस’ पर नन्हें कांधों की प्रस्तुतियों ने किया भाव-विभोर
मुम्बई (महाराष्ट्र)। विट्टी अंतरराष्ट्रीय विद्यालय (मलाड़) इस बार 'हिंदी दिवस' के शुभ अवसर पर भाषा, साहित्य और संस्कृति का अप्रतिम सेतु बना। मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध कवियित्री व…
मुम्बई (महाराष्ट्र)। विट्टी अंतरराष्ट्रीय विद्यालय (मलाड़) इस बार 'हिंदी दिवस' के शुभ अवसर पर भाषा, साहित्य और संस्कृति का अप्रतिम सेतु बना। मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध कवियित्री व…
डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** 'हिंदी दिवस' विशेष... हिंदी और भारतीय भाषाओं का जो हश्र आजादी के बाद हुआ, वह विचारणीय ही नहीं चिंताजनक भी है। स्वाधीनता के समय ९९ फीसदी…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** ये उलझी-उलझी सी लटें,क्यों मुझको उलझा रही हैमेरे सोए हुए अरमानों को,फिर से जगा रही है। भूल चुका हूँ गुजरी बातें,वो कालेज की मुलाकातेंतुम्हारी ग़ज़ल और शायरी,मेरी…
ललित गर्गदिल्ली************************************** भारत के इतिहास का यह पहला अवसर है, जब उसने समूची दुनिया की महाशक्तियों को एकसाथ एक मंच पर एकत्र कर अपनी उभरती राजनीतिक छवि की धाक एवं…
मुम्बई (महाराष्ट्र)। भारत सरकार के केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि मुम्बई में कॉफी टेबल बुक 'चल मन वृंदावन' को जे.डब्ल्यू मेरिएट होटल में…
इंदौर (मप्र)। जिस तरह संस्कृति और सभ्यता भाषा से पोषित होती हैं, उसी तरह एक भाषा के रूप में हिंदी भी हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और प्रसारित करने…
दिल्ली। प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के अभियान के तहत दिल्ली में इंडिया गेट से राजघाट तक पदयात्रा व राष्ट्रीय सम्मेलन का कार्यक्रम किया। इस अवसर…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* प्रखर रूप मन भा रहा, दिव्य और अभिराम।स्वामी जी तुम थे सदा, लिए विविध आयाम॥ स्वामी जी तुम चेतना, थे विवेक-अवतार।अंधकार का तुम सदा, करते थे…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जन्मदिन विशेष... शुद्ध हृदय से आभार,यह है कर्मयोगी का अवतारकुशलता से निपटने की है धार,करते हैं सबको प्यार। सबको साथ-साथ,यह रखते हैं हरपल साथहृदय पुष्प से…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* हृदय में समा गया है वह ऐसे,फूलों की मीठी खुशबू बनकर'मैं तो सिर्फ तुम्हारे लिए आया हूँ',कहता है बंजारा, हँस-हँसकर। ना जाने कहाँ से आ गया…