संग्रह ‘काव्यार्चन’ लोकार्पित

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पंजाब। स्वाभिमान साहित्यिक मंच की ओर से पुस्तक ‘काव्यार्चन’ (संकलन) का लोकार्पण किया गया। इसमें शामिल साहित्यकारों ने काव्य पाठ प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का आयोजन मंच अध्यक्ष नरेश कुमार ने किया। अध्यक्षता डॉ. बांका बहादुर अरोड़ा ने की, तो मुख्य मेहमान भूपेंद्र सिंह देव रहे। शुरूआत सोनिया आर्य ‘सब्र’ ने सरस्वती वंदना से की। इसके पश्चात … Read more

शिक्षा और जनाधिकार के प्रति जागृति अपेक्षित

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* वस्तुत:, भ्रष्टाचारी सांसद- विधायक के चुने जाने पर पार्टी जिम्मेदार है, या आम आदमी ?, यह एक गंभीर और विचारणीय प्रश्न है। अब भी भारतीय लोकतांत्रिक जन मानस की सत्तर प्रतिशत जनता शिक्षा और सामाजिक राजनीतिक शिक्षालोक से वंचित है। जिस देश के ८० प्रतिशत लोग आज भी ५ … Read more

मतलब

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* राम से मतलब नहीं,रहीम से मतलब नहींमुझे तो जो रोटी दे,उससे मतलब है। माँ धरती से मतलब है,पिता सूरज से मतलब हैदेते सबको अन्न व उर्जा,मुझे तो बस उनसे मतलब है। प्रकृति से मतलब है,पेड़-पौधे व जंगल से मतलब हैनदियों से मतलब है,सागर से मतलब हैहवा और आग से … Read more

प्रेम का पौधा

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* प्रेम है क्या, प्रेम करने वाले प्रेमी जानेंगे, प्रेम के राग कोस्वार्थ के लिए प्रेम करने वाले, जानते नही प्रेम-त्याग को। प्रेम भी पौधे के समान है, जिसे प्रेम का पौधा कहते हैंसच्चे प्रेम करने वाले, तप के, आँसुओं सींचा करते हैं। जब अटूट प्रेम खो जाता है,चाहे कहीं दूर चला … Read more

आज फिर…

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* आज फिर खो जाने का मन करता है-उन फिजाओं मेंउन सबाओं में,उन घटाओं मेंउन वादियों में। आज फिर थम जाने का मन करता है-उन राहों मेंउन बाँहों में,उन पनाहों मेंउन ख्वाबों में। आज फिर चुप रहने का मन करता है-उन निनांदों सेउन कोलाहल भरी जिंदगी से,उन खामोश निगाहों सेउन ठंडे पड़े … Read more

संवेदना

डॉ. योगेन्द्र नाथ शुक्लइन्दौर (मध्यप्रदेश)****************************** पूरा कस्बा शोक में डूबा था। जिस किसी ने वह दृश्य देखा, वह अंदर तक दहल गया था।…बच्चे आगे वाले कमरे में टी.वी. देख रहे थे कि, अचानक एक ट्रक बहुत तेज गति से आया। ब्रेक फेल हो जाने के कारण संभल न सका और कमरे में घुस गया।… ड्राइवर … Read more

यह पुस्तक हमारी संवेदनाओं को जाग्रत करेगी

लोकार्पण-संवाद… इंदौर (मप्र)। अतीत के अध्ययन से वर्तमान में उसकी समीक्षा होती है और भविष्य के लिए उसकी कार्ययोजना बनती है। साठ के दशक में बीसवीं सदी के संत आचार्य विनोबा भावे इंदौर में रहे और उस यात्रा की रिपोर्टिंग वरिष्ठ पत्रकार प्रभाष जोशी ने की थी। उस समय की गई उनकी रिपोर्टिंग आज हमारे … Read more

‘वनप्रिया’ पत्रिका लोकार्पित

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शहडोल (मप्र)। आपन डेहरी साहित्यिक समूह एवं विवेक पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में ‘वनप्रिया’ पत्रिका के लोकार्पण के अवसर पर परिचर्चा एवं कवि सम्मेलन किया गया। इस आयोजन में ‘वर्तमान समय में वैज्ञानिक पत्रिका का योगदान व महत्व’ विषय पर परिचर्चा रखी गई, जिसमें कवियित्री लक्ष्मी किरण सिंह एवं प्राध्यापक (हिंदी) डॉ. गंगाधर ढोके … Read more

चूक

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** एक दिन मित्र के साथ चला मनोहरटांड,पीछे बैठी भाभी जी, देखने चलीं वो दुर्लभ टांडकार सवारी, साथ में मस्ती में शब्द-शब्द के बाण,शिक्षा जन्म स्थान वो, बसते थे वहीं पर प्राण,।माता-पिता का कर्म क्षेत्र, जीवन का देश प्राण,बड़ी खुशी से पहुँचे सारे षष्टि पूर्ति धामबचपन की हर याद पर लगा … Read more

अब जीना चाहता हूँ

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** बहुत मार लिया खुद को, अब जीना चाहता हूँ,हाँ, मैं सुख के घूँट पीना चाहता हूँ। बहुत काफिले देख लिए, बस करो,अब थोड़ा रूकना भी चाहता हूँ। सबके करीब रहा बहुत, मिला क्या मुझे!इसलिए, अब सबसे बस दूरी चाहता हूँ। फट गई है जिंदगी इतने उसूलों से,कुछ ना कहो, बस इसे सीना … Read more