शिव आराधना
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** बाबा भोले हैं बसे, दूर शिखर कैलाश,कैसे जाऊँ द्वार मैं, दर्शन की अभिलाष। बाघम्भर शुभ केशरी, तन भभूति श्रृंगार,चंदा शोभा दूज की, मंद खिले मुख हास। गंगा…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** बाबा भोले हैं बसे, दूर शिखर कैलाश,कैसे जाऊँ द्वार मैं, दर्शन की अभिलाष। बाघम्भर शुभ केशरी, तन भभूति श्रृंगार,चंदा शोभा दूज की, मंद खिले मुख हास। गंगा…
कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* ये ज़िन्दगी क्या-क्या रंग दिखाती है,कभी हँसाती है तो कभी रुलाती है। सपने संजोए थे जो हुए न पूरे,रह गए मेरे सारे ख्वाब अधूरे। सोचा था…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** श्री बालाजी की मूर्ति को निहारते,मुस्कुराते भक्त कीखुशियाँ हो जाती दोगुनी,विश्वास हो जाताअब हो जाएगा सभी समस्याओं का निदान।जीवनभर समस्याओं से जूझता औरसामना करता भक्त,थक-हार जाताउसके सपने…
अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** अब पाक तुम्हारी नादानी,हरगिज बर्दाश्त नहीं होंगीइन षड्यंत्रों की घृणित चाल,बिलकुल भी सहन नहीं होगी। तुम कभी हमारे भाई थे,उसका हक तुम्हें मिल चुका हैनंदन कानन से…
कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** नई सुबह की नई किरन,मन में उत्साह जगाएप्रात: की शीतल पवन,तन-मन में सिहरन छा जाए।बुलबुल चहके फुदक-फुदक कर,आम की डाली लहके।मैं पथिक इस नूतन पथ का,पग-पग…
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* सावनमन भावनझूम-झूम बरसेताल-तडागभरे। नदियाँउफान परकल-कल करतीतीव्र वेगबहती। प्यासीभूमि भीजल से तृप्तहरी चादरओढ़े। खेतखाली थेअब तक जोकिसान भीचला। झरनेकल-कलकरते गिरते हैंमन करतेआनंदित। मेंढकटर्राते हैंझींगुर शोर मचातेकराते अहसाससंगीत।…
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** घुटन में सबका जीवन है, दुनिया में प्रदूषण,बच्चों से भी अधिक जरूरी, धरती माँ का आभूषणआओ अब आदत में डालें, पेड़ लगाएँ और दूर करें…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* समाजवाद का प्रखर क्रान्तिकारी गायक,चिन्तक, सुधारक, ईश्वर पथ उन्नायक थेनिर्गुणोपासनावाद के उद्घोषक प्रथम,युगान्तकारी कबीर दास जी संत थे। मध्यकालीन मुगली आततायी सल्तनत,सामाजिक धार्मिक रूढ़िवाद…
सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** 'सावन के झूले' झूला राधेय कृष्णन्,रिमझिम बरसे सावन प्रीत बूंदा-बूंदी। सूखी नदी-नाले पानी भर उपलाए,काली घनघोर घटाएं उमड़-घुमड़ाएगर्जन कर बिजली चमक चमकाए,मेंढक टर-टर टर्राए, झींगुर झनक झंझाएदेश…
मुम्बई (महाराष्ट्र)। वैश्विक हिन्दी सम्मेलन और जनता की आवाज़ फाउंडेशन द्वारा इस शनिवार २९ जुलाई को शाम ४.२५ बजे से वैश्विक ई-संगोष्ठी आयोजित की गई है। सम्मेलन के निदेशक और…