माँ दुर्गा स्तुति

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** जय मंगल मयि,मंगल कारिणि,जय जगदम्बे,जय जग तारिणि।लीला ललित-अमित विस्तारिणि,असुर विनासनि,जय दुःख हारिणि।शोक निकंदनि,जय सुख कारिणि,सौम्य-सुधा सर्वत्र प्रसारिणिlमोह-रात्रि,दारुण-दुःख हारिणि,जय जगदम्बे,जय जग तारिणिll करुणामयि,जय भय हारिणि,जय जगजननी,जय अनुपायिनि।शांतिमयी हे शोक नसावनि,भाग्य विधायिनि,जय वरदायिनिllरोग,शोक,भय,क्लेश,विदारिणि,जय जगदम्बे,जय जग तारिणिll शैलसुता हे ब्रम्हचारणी,घंटाचन्द्र कूषमंडाणी।मातु षडानन हे कात्यायनि,कालरात्रि,गौरी कल्याणीlसिद्धदायिनी,हे सत धारिणि,जय जगदम्बे,जय जग तारिणिll गुप्त रूप तू,प्रगट रूप तू,दयामयी … Read more

नवदुर्गा रूप

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) *************************************************** प्रथम रूप माँ शक्ति का,शैलपुत्रि है नाम।हेमसुता माँ अम्ब है,रूप बड़ा अभिराम॥ हे मात ब्रह्मचारिणी,संकट से कर पार।रूप दूसरा शक्ति का,कर सबका उद्धार॥ न्यारा ही ये रूप है,चंद्रघंट है नाम।रूप तीसरा मात का,लोकोत्तर अभिराम॥ आदिशक्ति प्रभायुक्ता,चौथा दुर्गा रूप।माँ कूष्मांडा नाम है,इनकी शक्ति अनूप॥ मात भवानी शैलजा,पंचम माँ का रूप।कार्तिकेय की मात … Read more

इठलाते लखि वेदना

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ****************************************************** इठलाते लखि वेदना,खल सम्वेदनहीन।झूठ लूट धोखाधड़ी,धनी विहँसते दीन॥ लावारिस क्षुधार्त मन,देख फैलते हाथ।आश हृदय कुछ मिल सके,कोई बने तो नाथ॥ आज मरी लखि वेदना,दीन दलित अवसाद।दया धर्म करुणा कहाँ,ख़ुद होते आबाद॥ मरी सभी इन्सानियत,मरा सभी ईमान।हेर-फेर कर लाश में,नहीं कोई पहचान॥ देह वसन आवास बिन,रैन बसेरा रात।बंज़ारन की जिंदगी,शीत … Read more

दुर्गा माँ ले अवतार

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** नव दिन का शुभ पल है आया। दीया मैंने आज जलाया।माँ कब तक तू राज करेगी। नारी कितनी दर्द सहेगी॥ दुर्गा माता ले अवतारी। धरती में सुन पापी भारी।नारी की पीड़ा गोहराऊँ। पग-पग छल को समझ न पाऊँ॥ अवतारी बन के तू आजा। नारी की तू लाज बचा जा।घूम रहे हैं … Read more

हर दिन मर्दन होगा महिषासुर का

देवश्री गोयलजगदलपुर-बस्तर(छग)********************************************** तप किए लाखों बरस,जप किए करोड़ों बरस…तब जाकर ‘शिवानी’ बनी,बेलपर्ण खाकर…हिम में नहाकर,अग्नि में जलकर…रीतियों को तोड़ कर,ऋतुओं को छोड़ कर…जगत जननी बनी…।मेरी देह के टुकड़े,पूरी भारत भूमि में…आज भी मेरी शक्ति का,मेरी सत्यता का…बोध कराने के लिए,हर कन्या हर नारी में…विद्यमान है।किंतु तुम भूल रहे हो मुझे,भूल पर भूल,अत्याचार…और कुकर्म करके तुम,शायद … Read more

प्रार्थना इतनी है प्रभु

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** प्रार्थना,कर जोड़,इतनी है प्रभु,जीवन दिया जिस काम,मैं वो कर सकूँ। संलिप्त ना इतना रहूँ,निर्लिप्त ना इतना रहूँ,छलकूँ,ना हो अतिरेक इतना,रिक्त ना इतना रहूँ।जितना किया तूने नियत,वो कर सकूँ,प्रार्थना,कर जोड़, इतनी है प्रभु…॥ संचित करूँ ना मैं कभी,यदि एक भी वंचित रहे,परमार्थ का हेतु बनूँ,पर,स्वार्थ ना किंचित रहे।तूने दिया,वितरित मैं … Read more

सिद्धि और साधना की कुंजी नवरात्रि

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़रदेवास (मध्यप्रदेश)******************************************************* सर्व मंगल मांगल्ये, शिव सर्वार्थ साधिके।शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते॥प्रत्येक संवत्सर (साल) में चार नवरात्र होते हैं, जिनमें विद्वानों एवं ज्योतिषाचार्यो ने वर्ष में दो बार नवरात्रों में माँ की आराधना का विधान बनाया गया है। विक्रम संवत के पहले दिन अर्थात चैत्र मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा (पहली तिथि) से … Read more

४ पुस्तकों के आवरण का हुआ विमोचन

राँची(झारखंड)। अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संगम साहित्योदय में नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया है। इसमें अगले ९ दिन तक काव्यपाठ, भजन आदि का सजीव प्रसारण किया जाएगा।शुरुआत में शनिवार को ४ संग्रह के मुख्य आवरण का ऑनलाइन विमोचन किया गया।यह जानकारी अध्यक्ष पंकज ‘प्रियम’ ने दी। आपने बताया कि चारों पुस्तकों को बड़ी मेहनत और … Read more

‘हिंदी,इसकी बोलियाँ और अष्टम अनुसूची’ पर हुई वैश्विक ई-संगोष्ठी

मुंबई(महाराष्ट्र)l वैश्विक हिंदी सम्मेलन के तत्वावधान में १० अक्तूबर को ‘हिंदी,इसकी बोलियां और अष्टम अनुसूची’ विषय पर वैश्विक ई-संगोष्ठी का आयोजन किया गयाl इसमें सम्मेलन के निदेशक डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’,सम्मेलन की संयोजक डॉ. सुस्मिता भट्टाचार्य,वरिष्ठ पत्रकार और भारतीय भाषा चिंतक राहुल देव,केंद्रीय हिंदी संस्थान(आगरा)के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ‘जोशी’,हिंदी बचाओ मंच के संयोजक प्रो. अमरनाथ,हिंदी … Read more

विकास की वास्तविक सोच को आगे रख कुछ ठोस करना होगा

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’बहादुरगढ़(हरियाणा)***************************************************** आज सच में हमारे देश की परिस्थिति कुछ ऐसी ही हो गई है,किसी को कुछ समझ ही नहीं आ रहा कि सही दिशा में,सही विकास की राह पर कैसे आगे बढ़ा जाए। हर कोई अंधेरे में ही हाथ-पाँव मारता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस के ६० साल के शासन को पानी पी-पी … Read more