सभा

देवश्री गोयलजगदलपुर-बस्तर(छग)********************************************** पितृपक्ष विशेष…….. आज चित्रवन में कागा समाज में कागा महाराज ने बड़ी सभा (मीटिंग) बुलाई है,यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। सभी कौओं ने समय और जगह की पुष्टि के लिए खूब चिल्ला-चिल्ली की,और नियत समय में पहुंचने के लिए जल्दी-जल्दी घर लौटने लगे। शाम के ४ बजे चित्रवन के … Read more

अनजाने गुरुओं का आभार

अंतुलता वर्मा ‘अन्नू’ भोपाल (मध्यप्रदेश)******************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. ये जरूरी नहीं है,कि जिन्होंने हमें पढ़ायासिर्फ वही हमारे गुरु हों,हमारी ज़िंदगी मेंऐसे बहुत से लोग आए,जो हमें बहुत कुछनया सिखा कर गए,क्या वे गुरुका दर्जा नहीं रखते!अनजाने में ही सही,पर वे हमारे गुरु बन गए।मेरे लिए,हर वह शख्समेरा गुरु है,जिसकी वजह सेमैं कुछ नया सीख पाई।जैसे गुरु … Read more

कठोर कदम

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)***************************************************** दो महीने ही तो हुए हैं मेधा की शादी को,फ़िर ये गुमसुम क्यों रहती है…? अनजानी आशंका से घिरी मालती की नब्ज़ उसके पति विनोद ने आख़िर पकड़ ही ली,और बोले-इस तरह टेंशन पालने से क्या होगा! मेधा से पूछो क्या हुआ है,संभव हुआ तो हम उसकी मदद करेंगे!कोई टेंशन है बेटा…?अचानक माँ … Read more

यह अहसास नाजुक-सा

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** जिंदगी में क्या खोया,क्या पाया,इसका हिसाब-किताब करने बैठो तो सचमुच एक कहानी बन जाती हैlयह जिंदगी तो न जाने कितने रंग दिखाती है…कितने ही सांचे में ढलकर सामने आती है। बीते हुए कल की कुछ आधी-अधूरी यादें,कुछ कही-अनकही कहानियाँ,यही तो जिंदगी भर की कमाई होती है।कैसे-कैसे अहसास देती है … Read more

साँसें कुछ दिन की मेहमान

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* ये साँसें कुछ दिनों की ही मेहमान है,ज़िंदगी इतनी थोड़ी न आसान है ? जीना-मरना ये कुछ दिनों का है सफ़र,फिर भी जीवन करता कितना परेशान है ? हौंसलों के पंखों में सोच नई भरकर,आज मंज़िल के सफ़र की ये उड़ान है। कब सुबह कब शाम रोज रात है आती,अंधेरी रातों में भी … Read more

गुरु पूर्ण भगवान

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ************************************************* शिक्षक दिवस विशेष……….. मात-पिता नेजन्म दिया,गुरु ने दिया है ज्ञान-गुरु ही पूर्ण भगवान। गुरु ही मेराब्रह्मा,विष्णु,गुरु ही शिव का ध्यान-गुरु ही पूर्ण भगवान। गुरु से ऊँचाऔर न कोई,गुरु जग में महान-गुरु ही पूर्ण भगवान। गुरु से हैजीवन में उजाला,गुरु मेरी पहचान-गुरु ही पूर्ण भगवान। गुरु ज्ञानजीवन में उतारो,गुरु का कहना मान-गुरु ही … Read more

गुरु वंदन

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. कृपा गुरुदेव की मुझ पर,मुझे किस बात की चिंता।चरण रज पा लिया मैंने,तो फिर किस बात की चिंता॥मेरे खाने की,पीने की,मेरे जीने की,मरने की।मेरे गुरुदेव को रहती,मेरी हर बात की चिंता॥ परिचय-प्रख्यात कवि,वक्ता,गायत्री साधक,ज्योतिषी और समाजसेवी `एस्ट्रो अमल` का वास्तविक नाम डॉ. शिव शरण श्रीवास्तव हैL `अमल` इनका उप … Read more

युग

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************************** हे समय के रथ के सारथी,ये किस काल भूमि पर ला रोका है तूने हमेंयहाँ तो अहंकार चिंघाड़ रहा है,और प्रेम स्वार्थ की बलि पर टंगा है।अँधेरे फन फैला रहे हैं,घायल रुहें तड़प रही हैंरक्तरंजित धरती पर,विनाश ठहाके लगा रहा है।आकाश पर शैतान अट्टहास कर रहा है,हे समय के रथ के … Read more

शिक्षक

प्रत्यूषा जैनइन्दौर (मध्यप्रदेश)*********************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. शिक्षक दें हर पल बच्चों को शिक्षा,सदैव हमारी करें अज्ञान से रक्षा। शिक्षक के लिए सभी हैं एक समान,चाहे वो हो नादां या बुद्धिमान। शिक्षक दें हमें तपा,ताकि हम बनें सोना,उनके इस तप से कभी दुखी मत होना। वे सिखाएं अच्छाई,सबसे प्यार कीजिए,यदि हो गलती,तो कहें-सुधार कीजिए। वे सिखाते … Read more

परिचय

नरेंद्र श्रीवास्तवगाडरवारा( मध्यप्रदेश)************************************************************* वे पुलिस महकमे में हवलदार थे। बड़ी-बड़ी घनी मूंछें,गोल-मटोल चेहरा,लंबा कद…उनके रौबीले व्यक्तित्व का बड़ा रुतबा था। उनका एक बेटा था,सब उसे प्यार से ‘भैयाजी’ कहते। हवलदार का बेटा होने की वजह से वह पूरे मौहल्ले का लाड़ला था।एक दिन भैयाजी साइकिल से कहीं जा रहे थे,गिर गए। उन्हें चोट लग गई। … Read more