आशा में ही मंज़िल

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ********************************************************* जब इंसाँ मायूस हो,बस तब होती हार।वरना हरदम ही मिले,विजयश्री उपहार॥ आशा मन का भाव है,रखना इसको साथ।तब ही निश्चित आयगी,सदा सफलता हाथ॥ परचम फहरा…

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शिक्षा को सम्मान दिलाया

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************** शिक्षक की गरिमा को जिसने मान दिलाया।कर्म क्षेत्र में शिक्षा को सम्मान दिलाया॥आज दिवस उनका ही जो थे महाविचारक।'शिक्षक दिवस' रूप में जो थे ज्ञान प्रचारक॥…

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‘कोरोना’ काल और शिक्षक

प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)********************************************************* 'कोरोना' काल में घर में बंद होकर,सबको जिंदगी के अहम सबक याद आए।'कोरोना' काल में घर में बंद होकर,सड़कों पर भटकते मजदूरगरीब होने की सजा पा…

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कैसे भूल जाऊं उनको…

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** हूँ जो कुछ भी आज मैं,श्रेय में देता हूँ उन शिक्षकों कोजिन्होंने हमें पढ़ाया-लिखाया,और यहां तक पहुंचाया।मैं उनके योगदानों को,इसलिए सदा में उनकी,चरण वंदना करता हूँ॥माता-पिता ने…

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गुरु की महिमा

डॉ.शैल चन्द्राधमतरी(छत्तीसगढ़)****************************************************** गुरु होते सागर,देते ज्ञान का गागर।गुरु की कृपा अपार,लगाते नैय्या पार।गुरु होते जैसे कुम्हार,देते हमें सुंदर आकार।गुरु देते ज्ञान का दान,मिट जाता मन का अज्ञान।गुरु की गोद में…

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हिन्दी की पहचान दिखनी चाहिए

  शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ***************************************************************** शान हिन्दी की सदा ऊँची ही रहनी चाहिए,मुँह से जब निकले तो ये सरिता सी बहनी चाहिए। बात जो कहनी है तो उपयोग हिन्दी का…

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गुरु नवचेतना वर दो

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)******************************************************** ज्ञान चाहता है अंतर्मन,हर्षित हो जाएं जन-जनकरते मन में हम यह प्रण,शिक्षा का करें अभिनंदनअनुपम प्रकाश भर दो,गुरु नवचेतना वर दो। चारों ओर है घोर अंधेरा,कर…

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बूढ़ा पीपल है कहाँ ?

डॉ.सत्यवान सौरभहिसार (हरियाणा)************************************ अपने प्यारे गाँव से,बस है यही सवाल,बूढ़ा पीपल है कहाँ,गई कहाँ चौपालl रही नहीं चौपाल में,पहले जैसी बात,नस्लें शहरी हो गई,बदल गई देहातl जब से आई गाँव…

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हिरण पर क्यों लादें घास ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** आंध्र प्रदेश की सरकार ने पिछले साल अपने सारे विद्यालयों में पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी कर देने का फैसला किया और विधानसभा ने उस पर मुहर लगा…

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शिक्षक-शिक्षा पर मंथन आवश्यक

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************* शिक्षक दिवस विशेष……….. जैसे पांचों उंगलियां एक समान नहीं होतीं,उसी प्रकार प्रत्येक शिक्षक पूजनीय या निंदनीय नहीं होता। आज अधिकांश शिक्षक अपना महत्व…

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