अमर रहे मेरा प्यार…

लीना खेरियाअहमदाबाद(गुजरात)******************************************* तुलसी के पौधे-सा,निर्मल और पावनजाने कब और कैसे,उग आया हैतुम्हारा प्यार,मेरे मन के आँगन। जिसे सींचती हूँ मैं,हर रोज हीबड़े चाव से,स्नेहपूरित नयनों केशीतल जल से। फिर लगा देती हूँ,अपने प्रेम की लालिमा लिएसूर्ख कुमकुम उसे,और चढ़ा देती हूँचुन-चुन कर,सम्पूर्ण समर्पण रूपी अक्षतजिस पर अर्पित कर देती हूँ मैं,नित ही नत मस्तक होअपने … Read more

राम मंदिर के साथ राष्ट्र मंदिर की स्थापना

संदीप सृजनउज्जैन (मध्यप्रदेश) ****************************************************** सन १५२८ का वो दृश्य,जिसे गोस्वामी तुलसीदास जी ने ‘दोहाशतक में लिखा वो इतिहास में पढ़ते-पढ़ते भारत की लगभग २० पीढ़ियाँ परलोक चली गई, लेकिन हर आने वाली पीढ़ी को उस काले अध्याय को अंत करने की प्रेरणा भी देती गई। काल के प्रवाह में कईं उतार-चढ़ाव आए। कईं लोगों संकल्प ले … Read more

आया रे आया रक्षाबंधन आया

रूपेश कुमार सिवान(बिहार)  ******************************************************** आया रे आया रक्षाबंधन का त्यौहार आया,भाई-बहनों के प्यार का त्यौहार आयाजन्म-जन्म का साथ लेकर आया,बहना भाई के जीवन की रक्षा की मनुहार लेकर आया। आया रे आया रक्षाबंधन का त्यौहार आया,संसार के हर दु:ख से भाई की रक्षा का वचन लायाजन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन की रक्षा का आशीर्वाद … Read more

नया जमाना

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** सोचता हूँ,कैसे परिभाषित करूँ नया जमाना,जो गुजर गया,वह भी था कभी नया जमाना। इस परिवर्तनशील समय और दुनिया में ही तो,आने वाला हर नया कल है एक नया जमाना।आवश्यकता के नये-नये हल भी खूब मिलेंगे,पुराने जमाने की सीख से भी बने नया जमाना। चिकित्सा सुविधाएं ज्यादा उन्नत,सुलभ होंगी,पर योग,संयम,आहार-विहार मत भूल … Read more

जय श्री राम

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’ नागपुर(महाराष्ट्र) ********************************************************************** राम हैं जीवन और मृत्यु,के आधार,जय श्री राम।पांच शताब्दी से,इंतजार था सबको,वह शुभ दिन आया,आज श्री राम॥ द्वापर युग में,जन्मे श्री कृष्ण,त्रेता युग में,प्रभु श्री राम।कृष्ण जन्म स्थल की पावन माटी,मिलेगी पूजन में,विराजेंगे जहाँ श्रीराम॥ मर्यादाओं में,पुरूष श्रेष्ठ,रामराज्य के जनक,हैं श्री राम।असत्य पर सत्य,की जीत,के नायक,सत्यमेव जयते श्रीराम॥ तीनों … Read more

लक्ष्य से पीछे नहीं हटूंगा

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** मिला मुझको बहुत कुछअपनी मेहनत लगन से।मेरे अनुभवों को कोई न,क्या कभी छोड़ पाएगा।तपा हूँ आग की भट्टी में तो,कुछ बनकर ही निकला हूँ।और फिर से जिंदगी मेंकुछ नया निश्चित करूंगा॥ भले ही जमाने ने हमें,ठोकर मार दी हो।पर अपने लक्ष्य से मेंकभी पीछे नहीं हटूंगा।और अपने कदमों को,मंजिल तक पहुंचाऊंगा।और अपनी … Read more

राम

संदीप ‘सरस’सीतापुर(उत्तरप्रदेश)******************************************************************* रघुकुल वंश के न मान को बचा सका हूँ,लौटकर वापस अयोध्या कैसे जाऊँगा।प्राणप्रिय जानकी को पहले ही खो चुका हूँ,भाई बिना माताओं को मुँह क्या दिखाऊँगा।सीता हेतु लखन गँवाकर बताओ कैसे,उर्मिला के अश्रुओं के उत्तर जुटाऊँगा।सत्य कहता हूँ यदि लखन नहीं रहा तो,हार मान लूँगा और भूमि में समाऊँगा॥ परिचय-साहित्य जगत में संदीप … Read more

राम काज कीजिए

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ********************************************************************* राम जन्म भूमि का विरोध करने वालों से,कहता हूँ एक बात कान खोल लीजिएबाबर न पूर्वज तुम्हारा है,हमारा है,इसलिए बाबर का नाम मत लीजिए।एक दुराचारी,अनाचारी,आक्रांता को,मस्जिद से जोड़ बदनाम मत कीजिएराम का ये देश जिसके हम-तुम वासी सब,सच्चे देशभक्त बन,राम काज कीजिएll परिचय–रायपुर में बैंक में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर कार्यरत … Read more

पवित्रता का प्रतीक ‘रक्षाबंधन’

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************* दूसरी ओर यूँ भी बहनें भेंट स्वरूप भाई से तलवार की मांग कर रही हैं,ताकि वह बुराईयों को स्वयं काट सकें। वैसे भी वह सेना में भर्ती होकर अपना सम्पूर्ण दायित्व निभा रही हैं और युद्धक अस्त्रों-शस्त्रों से परिपूर्ण विमानों को उड़ा कर शत्रु के क्षेत्र में बम-वर्षा … Read more

मशीनी अनुवाद-स्वरूप,आवश्यकता और संभावनाएंपर ई-संगोष्ठी में किया चिंतन

सातारा(महाराष्ट्र)l सावित्रीबाई फुले महिला महाविद्यालय सातारा (महाराष्ट्र) के हिन्दी विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी (वेब)का आयोजन किया गयाl मशीनी अनुवाद स्वरूप आवश्यकता और संभावनाएं विषय पर इस ई-संगोष्ठी में अतिथि डॉ. उर्मिला पोरवाल तथा डॉ. भूषण भावे ने विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डालाl संगोष्ठी में २ सत्र थे,प्रथम सत्र में अतिथि डॉ. उर्मिला पोरवाल … Read more