अंजू मोटवानी के साहित्य में लोक चेतना के स्वर-प्रो.शरद नारायण खरे

काव्यांगन के आयोजन में कवयित्री ने किया एकल काव्यपाठ मंडला(मप्र)। लोकप्रिय वॉट्सएप समूह ‘काव्यांगन’ ने बुधवार को ऑनलाइन एकल काव्यपाठ का आयोजन किया। कार्यक्रम में जानी-मानी कवियित्री अंजू मोटवानी(नोएडा) ने सुमधुर काव्यपाठ किया। मुख्य अतिथिसाहित्यकार प्रो. शरद नारायण खरे (मण्डला) मौजूद रहे।इस आयोजन की अध्यक्षता जाने-माने साहित्यकार डॉ. बृजेंद्र वैद्य(रायपुर)ने की। प्रारम्भ में अंजू मोटवानी … Read more

कोरोना:कर्म एवं कर्तव्य

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) *********************************************************************** ‘कोरोना’ एक विषाणु है जो एक मानव से दूसरे मानव में फैलता है। आज तक की महामारियों के इतिहास में जितने भी विषाणु जिम्मेवार हैं,उनमें यह सबसे भयावह एवं खतरनाक है। वर्तमान समय में इसका संक्रमण लगभग सभी देशों में हो चुका है। अर्थात कहा जा सकता है कि यह … Read more

बेघर मजदूर

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ********************************************************************** आज बेघर है दु:खी मजदूर है।भूख से कैसे बचे मजबूर हैll कौन विपदा से बचाए भूख से।आज पैदल ही भटकता दूर हैll घर कहीं बच्चे कहीं असहाय के।भूख से व्याकुल मगर मजबूर हैll दूर बच्चों से तड़पता आज है।बेबसी में आज थक कर चूर हैll दीन की हर साँस पर जो … Read more

मजदूर

सुरेश चन्द्र ‘सर्वहारा’कोटा(राजस्थान)***************************************************************** निर्धन युवकों ने कभी,जो छोड़ा था गाँव।मजबूरी में चल पड़े,उसी ओर अब पाँव॥ शहरों में जीवन खपा,लगा न कुछ भी हाथ।सिर पर जब विपदा पड़ी,छोड़ा सबने साथ॥ आ आफत ने खोल दी,बड़ों-बड़ों की पोल।साथ निभाने के सभी,झूठे निकले बोल॥ बंद हुए उद्योग तो,लौट चले मजदूर।आँख फेर पल में हुए,मालिक उनसे दूर॥ अपनी … Read more

कभी तो मुझे मिलेगा मान…

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* थोड़ा मान मिल जाए हमें राधानहीं रुक्मणी होना भी मंजूर है,वक्त के साथ अपना वजूद दियाफिर भी आँसू बहना बना दस्तूर है।आँसू के संग होती है हर रोजमेरे टूटे दिल की हर बात,कभी तो मुझे मिलेगा मानयह आशा संग होती है हर रात।कोई नहीं कहता कितना मैंकिसके लिए करती हूँ,आँसू संग अपने … Read more

इस घड़ी ने कीमत बता दी

प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)****************************************************************** इस घड़ी ने घड़े की,कीमत बता दी। जो लोग…मिट्टी से टूट चुके थे,मिट्टी नेआज अपनी,उनको अहमियत बता दी।इस घड़ी ने,घड़े की कीमत बता दी। युगों-युगों से यह बताते रहे,साथ मिट्टी के जीवन गीत गाते रहे।इस घड़ी ने,घड़े की कीमत बता दी। जो लोग भूल चुके थे,आधुनिकता की दौड़ मेंघड़ा याद आता … Read more

जुमलों की जलेबी…!!

तारकेश कुमार ओझाखड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************************** बकलौली की बूंदी,राहत के रसगुल्लेजुमलों की जलेबी,आश्वासनों के गुलाब जामुनlतृप्त हो गई जनता,अब बस भी करो भले मानुषबचपन में भूखे पेट बहुत सुनी,राजा-महाराजा की कहानियाँlठंड से ठिठुरता शरीर,बातों में रजाइयांl परिचय-तारकेश कुमार ओझा का नाम खड़गपुर में वरिष्ठ पत्रकार के रुप में जाना जाता है। आपका निवास पश्चिम बंगाल के … Read more

नई बयार

देवश्री गोयल   जगदलपुर-बस्तर(छग) ******************************************************* आज नेहा की खुशी का ठिकाना नहीं था। उसे लग रहा था मानो उसके पंख लग गए हों। आज उसने एक ऐसा काम किया था,जिससे उसे अपने ऊपर गर्व हो रहा था। एक आत्मिक सन्तोष मुख मंडल पर स्पष्ट दिखाई दे रहा था। कुछ साल पहले की घटना उसकी आँखों के … Read more

मन वाणी भावेश हो

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)******************************************************************** निर्मोही बनना नहीं,होय सरल व्यवहार।मिले तभी सम्मान है,अपना सब संसारll विद्रोही जो देश के,होते हैं गद्दार।ऐसे मानव को सदा,मिलती है फटकारll आरोही क्रम हो सदा,बने प्रगति की राह।पूरी होती फिर सभी,सोची जो भी चाहll स्नेह सभी से कीजिये,बैर भाव को त्याग।भाई चारा मन बसे,हो सबसे अनुरागll मन वाणी भावेश हो,रखना … Read more

अनंत

मनोरमा चन्द्रारायपुर(छत्तीसगढ़)******************************************************** इष्ट नाम को जाप लो,उनकी कृपा अनंत।प्रभु का सुमिरन नित करो,होता दु:ख का अंत॥ इच्छा कितनी है प्रबल,मन भागे चहुँ ओर।नित अनंत कुछ चाह का,करे जगत में शोर॥ श्रेष्ठ कर्म के ताप से,जगत मिले हैं मान।मन अनंत प्रहसित हुआ,ऐसा होता भान॥ मात पिता का प्रेम तो,है अनंत तू जान।सारे जीवन कर भरण,बसे पूत … Read more